अभी-अभी: पाकिस्तान ने चंदू बाबूलाल च्वहाण को भारतीय अधिकारियों को सौंपा
गलती से एलओसी पार कर पाकिस्तान की सीमा में घुसे भारतीय सेना के जवान चंदू बाबूलाल च्वहाण को पाकिस्तान ने रिहा कर दिया है।उन्हें करीब 2:30 मिनट पर भारत को सौंपा गया है और वो बाघा बार्डर से भारत वापस लौटेंगे। पाकिस्तान ने चंदू बाबूलाल च्वहाण से पूछताछ के बाद उन्हें रिहा करने की सभी औपचारिकाताएं पूरी कर ली हैं।बाबूलाल की रिहाई के लिये भारतीय सेना और पाकिस्तान सेना के डीजीएमओ को बीच करीब 20 दौर की बातचीत हुई थी।
12 जनवरी को रक्षा राज्यमंत्री डॉ. सुभाष भामरे ने बताया था कि, ‘दो दिनों पहले पाकिस्तान के डीजीएमओ से बातचीत हुई थी, उन्होंने कहा कि जांच पूरी होने वाली है। जांच के बाद वह चंदू को छोड़ देंगे।’
चंदू बाबू लाल चव्हाण 37 राष्ट्रीय राइफल के जवान हैं जो नियंत्रण रेखा पार भारत के ‘सर्जिकल स्ट्राइक’ के बाद 30 सितंबर 2016 को 37 आरआर बटालियन के जवान चव्हाण गलती से सीमा पार कर पाकिस्तान के हिस्से वाले कश्मीर में चले गए थे।
शुरू में पाकिस्तान इस बात को मानने से इनकार कर रहा था कि बाबूलाल उनके कब्जे में है। लेकिन बातचीत के दौरान स्वीकार किया कि बाबूलाल उनकी हिरासत में है। लेकिन भारत के डीजीएमओ रणबीर सिंह ने पाकिस्तान के डीजीएमओ से बात करके च्वाहाण को छुड़ाने की कोशिश जारी रखी।
ये भी पढ़ें: पाकिस्तान ने माना उसकी हिरासत में है भारतीय सैनिक चंदू बाबू लाल चव्हाण
इस मामले में भारत के विदेश मंत्रीलय ने दूरी बनाए रखी और सेना को ही पूरे मामले को संभालने दिया था।
चव्हाण की सुरक्षित रिहाई को लेकर 2 अक्टूबर को रक्षा मंत्री मनोहर पर्रिकर ने कहा था, ”ऐसा होता रहता है जो की आम बात है। सैनिक को छुड़ाने के लिए डीजीएमओ लेवल की बातचीत जारी है जिससे की सैनिक की सुरक्षित रिहाई के प्रयास किए जा रहे हैं।”
एलओसी के पार पाकिस्तान के हिस्से में स्थित आतंकी कैंपो पर भारतीय सेना की तरफ से की गई कार्रवाई में बाबूलाल शामिल नहीं थे।
न्यूज़ स्टेट की मुहिम
भारतीय सेना के जवान चंदू बाबूलाल च्वहाण को सुरक्षित रिहा कराने के लिये कैंपेन भी चलाया था।