59 साल के केंद्रीय मंत्री अनंत कुमार का सोमवार सुबह निधन हो गया। अनंत को कैंसर था, जिसका पिछले काफी वक्त से इलाज चल रहा था।
नई दिल्ली/बेंगलुरु: कर्नाटक में बीजेपी के वरिष्ठ नेता और केंद्रीय मंत्री अनंत कुमार का सोमवार तड़के निधन हो गया। वह पिछले कुछ महीनों से फेफड़े के कैंसर से जूझ रहे थे। बेंगलुरु के शंकरा अस्पताल के डायरेक्टर नागराज के मुताबिक 59 वर्षीय अनंत कुमार ने तड़के दो बजे आखिरी सांस ली। उस वक्त उनकी पत्नी तेजस्विनी और दोनों बेटियां भी वहां मौजूद थीं। अंनत कुमार के निधन पर कर्नाटक सरकार ने राज्य में तीन दिन के राजकीय शोक की घोषणा की है। अमेरिका और ब्रिटेन में इलाज कराने के बाद वह हाल में ही बेंगलुरु लौटे थे। इसके बाद उनका शंकरा अस्पताल में इलाज चल रहा था। कुमार का शव श्रद्धांजलि के लिए नैशनल कॉलेज ग्राउंड में रखा जाएगा। यह मैदान उनके बेंगलुरु दक्षिण लोकसभा क्षेत्र में पड़ता है। उनके पार्टी कार्यालय ने एक बयान में बताया कि कुमार का कैंसर और संक्रमण के बाद पैदा हुई जटिलताओं के कारण निधन हुआ। बयान में बताया गया कि वह पिछले कुछ दिनों से सघन निगरानी कक्ष में कृत्रिम जीवन रक्षक प्रणाली पर थे।
राष्ट्रपति रामनाथ कोविंद, प्रधानमंत्री मोदी, केंद्रीय गृह मंत्री राजनाथ सिंह, कांग्रेस अध्यक्ष राहुल गांधी समेत तमाम हस्तियों ने अनंत कुमार के असामयिक निधन पर गहरा शोक जताया है। राष्ट्रपति रामनाथ कोविंद ने लिखा, ‘केंद्रीय मंत्री अनंत कुमार के निधन के बारे में सुनकर मुझे दुख हुआ। उनका जाना देश और खासकर कर्नाटक के लोगों के लिए बड़ा झटका है। उनके परिवार, सहकर्मी और उनसे जुड़े अनगिनत लोगों के साथ मेरी संवेदना है।’ कुमार के निधन पर शोक प्रकट करते हुए प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी ने कहा, ‘मैं अपने महत्त्वपूर्ण साथी एवं मित्र के निधन से बेहद दुखी हूं।’ उन्होंने कुमार को असाधारण नेता बताया, जो युवावस्था में ही सार्वजनिक जीवन में आए और काफी लगन और सेवा भाव से समाज की सेवा की। उन्होंने कहा कि वह अपने अच्छे कार्य के लिए हमेशा याद किए जाएंगे। मोदी ने एक अन्य ट्वीट में कहा, ‘अनंत कुमार जी सक्षम प्रशासक थे, जिन्होंने कई मंत्रालयों की जिम्मेदारी संभाली और बीजेपी संगठन के लिए एक धरोहर थे।
उन्होंने पार्टी को कर्नाटक और खासतौर पर बेंगलुरु और आस-पास के क्षेत्रों में मजबूत करने के लिये कठोर परिश्रम किया। वह अपने क्षेत्र की जनता के लिये हमेशा सुलभ रहते थे।’ प्रधानमंत्री ने कहा कि उन्होंने कुमार की पत्नी डॉ. तेजस्विनी से बातचीत की और अपनी संवेदना प्रकट की। उन्होंने कहा, ‘इस दुख की घड़ी में मेरी संवेदना उनके समूचे परिवार, मित्रों और समर्थकों के प्रति है। ओम शांति।’ रक्षा मंत्री निर्मला सीतारमण ने कहा, ‘अंनत कुमार के बारे में सुनकर काफी दुख हुआ। उन्होंने लंबा वक्त बीजेपी को दिया। बेंगलुरु उनके दिल और दिमाग में बसता था। भगवान इस क्षति को सहने की शक्ति उनके परिवार को दे।’ 22 जुलाई 1959 को जन्मे अनंत 1996 से बेंगलुरु साउथ लोकसभा सीट से सांसद थे। मोदी सरकार में उन्हें रसायन और उर्वरक मंत्रालय और संसदीय मामलों का मंत्री पद मिला। वह शुरुआत में राष्ट्रीय स्वंयसेवक संघ से जुड़े और छात्र राजनीति से होते हुए बीजेपी में आए थे।