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मृणाल सेन में एक खासियत ये थी कि वो फिल्मों के साथ एक्सपेरिमेंट करते रहते थे। इसके अलावा उनकी फिल्मों में समाज के यथार्थ की छवि साफ नजर आती थी। 14 मई, 1923 को अविभाजित बंगाल के फरीदपुर कस्बे में जन्में मृणाल सेन का पहला प्यार सिनेमा नहीं साहित्य था।
1955 में मृणाल सेन की पहली फिल्म आई थी। फिल्म का नाम रात भोर था। ये फिल्म बंगाल के सुपरस्टार उत्तम कुमार की पहली फिल्म थी। मिथुन चक्रवर्ती ने 1976 में जिस प्रशंसित फिल्म मृगया से अपना डेब्यू किया था और जिसके लिए उन्होंने बेस्ट एक्टर का नेशनल अवॉर्ड जीता था वो मृणाल सेन ने ही बनाई थी। उन्हें भी इस फिल्म के लिए नेशनल अवॉर्ड मिला था।
साल 2005 में भारत सरकार ने उनको ‘पद्म विभूषण’ और 2005 में ‘दादा साहब फाल्के’ पुरस्कार प्रदान किया था। मृणाल सेन को साल 2000 में रूस के राष्ट्रपति व्लादिमिर पुतिन ने अपने देश का ऊंचा सम्मान ऑर्डर ऑफ फ्रेंडशिप पहनाया ता। ये सम्मान पाने वाले वे अकेले इंडियन फिल्ममेकर थे।