जॉर्डन में रह रहे व्यंगकार अहमद अल बशीर ने तारा की हत्या की निंदा की। उन्होंने लिखा, ‘एक लड़की को इसलिए मार दिया गया क्योंकि उसने बाकी दूसरी लड़कियों की तरह अपनी जिंदगी जीने का फैसला किया था। अगर कोई भी हत्या करने वालों के लिए किसी वजह की तलाश करता है तो वह भी इस हत्या में सहभागी होगा।’