अहमदाबाद। पाटीदार आरक्षण आंदोलन की वजह से इन दिनों गुजरात की राजनीति गर्माई हुई है। हालिय नगरीय निकाय चुनाव में बीजेपी को हुए नुकसान की समीक्षा के बाद अब पार्टी में परिवर्तन की बात होने लगी है। भाजपा सूत्रों की मानें तो 2017 के विधानसभा चुनाव में पार्टी भाजपा के राष्ट्रीय अध्यक्ष अमित शाह पर दांव खेलने जा रही है।
13 से 16 तक शाह अहमदाबाद में:
गौरतलब है कि 15 जनवरी को भाजपा के प्रदेश (गुजरात) अध्यक्ष के नाम की घोषणा होने जा रही है। इसी के चलते अमित शाह तीन दिवसीय यात्रा पर गुजरात आ रहे हैं। इसके अलावा वे पाटीदार आरक्षण आंदोलन के बारे में चर्चा करेंगे।
मोदी देना चाहते हैं गुजरात की कमान:
पार्टी सूत्रों की मानें तो पीएम नरेंद्र मोदी गुजरात की कमान अमित शाह के हाथों में देना चाहते हैं। इसका कारण यह बताया जा रहा है कि गुजरात ही बीजेपी का राजनीतिक केंद्र है और अब यहीं पर बीजेपी कमजोर होती जा रही है। पाटीदार आरक्षण आंदोलन के उग्र होने का खामियाजा पूरी तरह से पार्टी को उठाना पड़ रहा है। वहीं, बीजेपी के पास गुजरात के लिए अमित शाह से बड़ा नेता नहीं है।
अमित शाह ने रिपोर्ट तैयार की:
पिछले एक महीने में अमित शाह दो बार गुजरात की यात्रा कर चुके हैं। इस दौरान उन्होंने गुजरात सरकार और संगठन की रिपोर्ट तैयार की है। इसी रिपोर्ट के आधार पर संगठन की रचना और गुजरात सरकार में फेरबदल होने की संभावना व्यक्त की जा रही है।
गौरतलब है कि 15 जनवरी को भाजपा के प्रदेश (गुजरात) अध्यक्ष के नाम की घोषणा होने जा रही है। इसी के चलते अमित शाह तीन दिवसीय यात्रा पर गुजरात आ रहे हैं। इसके अलावा वे पाटीदार आरक्षण आंदोलन के बारे में चर्चा करेंगे।
पार्टी सूत्रों की मानें तो पीएम नरेंद्र मोदी गुजरात की कमान अमित शाह के हाथों में देना चाहते हैं। इसका कारण यह बताया जा रहा है कि गुजरात ही बीजेपी का राजनीतिक केंद्र है और अब यहीं पर बीजेपी कमजोर होती जा रही है। पाटीदार आरक्षण आंदोलन के उग्र होने का खामियाजा पूरी तरह से पार्टी को उठाना पड़ रहा है। वहीं, बीजेपी के पास गुजरात के लिए अमित शाह से बड़ा नेता नहीं है।
पिछले एक महीने में अमित शाह दो बार गुजरात की यात्रा कर चुके हैं। इस दौरान उन्होंने गुजरात सरकार और संगठन की रिपोर्ट तैयार की है। इसी रिपोर्ट के आधार पर संगठन की रचना और गुजरात सरकार में फेरबदल होने की संभावना व्यक्त की जा रही है।