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अमेरिकी सैन्य अड्डे पर हमला, ईरान में प्लेन क्रैश से 170 की मौत, भूकम्प के लगे झटके

तेहरान : ईरान की राजधानी तेहरान द्वारा आज इराक में अमेरिकी सेना पर मिसाइल हमले के बाद पूरे क्षेत्र में तनाव चरम पर पहुंच गया है। इस मिसाइल हमले के कुछ देर बाद ही तेहरान एयरपोर्ट के नजदीक यूक्रेन का एक बोइंग विमान क्रैश हो गया, जिसमें 170 यात्री सवार थे। तकनीकी खामी के कारण हुई इस दुर्घटना में विमान में सवार सभी 170 यात्रियों के मारे जाने की खबर है। इस घटना के कुछ देर बाद ही ईरान में दो भूकंप के झटके महसूस किए गए। खास बात यह है कि जहां भूंकप के झटके महसूस किए गए वहीं ईरान के दो न्यूक्लियर रिएक्टर भी स्थित है। वहीं जनरल सुलेमानी की मौत का बदला लेने के लिए ईरान ने एक दर्जन से ज्यादा मिसाइलें इराक में अमेरिका के दो सैन्य ठिकानों को निशाना बनाते हुए दागीं। तेहरान के इस हमले के बाद अमेरिका ने स्थिति की समीक्षा की। राष्ट्रपति डोनाल्ड ट्रंप ने अपनी सेनाओं को दुनिया में सबसे ताकतवर बताते हुए ट्वीट किया कि वह आज इस पर प्रतिक्रिया देंगे। ईरान के हमले के बाद अमेरिका भी स्थिति की समीक्षा करने में जुट गया है। जनरल कासिम सुलेमानी के मारे जाने के बाद ही ईरान बौखलाया हुआ है और उसने अमेरिका से इसका बदला लेने की बात कही थी। उधर, अमेरिकी राष्ट्रपति ने इस हमले के बाद ट्वीट कर कहा था कि ‘ऑल इज वेल’। हालांकि इन सबके बीच खाड़ी क्षेत्र में तनाव चरम पर पहुंच गया है। आज सुबह ईरान ने इराक स्थित अमेरिकी एयरबेस पर दर्जन भर मिसाइलें दागी हैं। इस हमले के बाद ईरान की ओर से कहा गया है कि हमला यूएन चार्टर के आर्टिकल 51 के तहत ईरान द्वारा आत्मरक्षा के लिए उठाया गया एक ठोस कदम है। यूएन चार्टर को आप एक तरह से यूएन का संविधान कह सकते हैं जो इसके सदस्य राष्ट्रों के बीच कुछ नियमों पर अमल करने को लेकर हुई संधि है। यूएन यानी संयुक्त राष्ट्र के सभी सदस्य देशों को इसके आर्टिकल्स पर अमल करना होगा।

यूएन का चार्टर 19 चैप्टर और 111 आर्टिकल में बंटा हुआ है। इसके सातवें चैप्टर में आर्टिकल 39 से लेकर आर्टिकल 51 तक हैं। चैप्टर सात में किसी देश की संप्रभुता और शांति को पैदा खतरे या उस पर हमले की आशंका की स्थिति से निपटने का प्रावधान है। यूएन के चैप्टर VII का यह आर्टिकल किसी सदस्य राष्ट्र को उस पर सशस्त्र हमले की स्थिति में रक्षात्मक कार्रवाई का अधिकार देता है। संयुक्त राष्ट्र के आर्टिकल 51 के तहत अगर किसी सदस्य देश या व्यक्ति के खिलाफ कोई सैन्य हमला होता है तो वह सुरक्षा परिषद द्वारा शांति बहाली के कदम उठाए जाने तक आत्मरक्षा में कार्रवाई कर सकता है। सदस्य देश के आत्मरक्षा के इस कदम को संयुक्त राष्ट्र सुरक्षा परिषद को भी तत्काल बताने की जरूरत होती है। इसमें देरी से शांति के प्रयासों को झटका लग सकता है। मौजूदा समय में दुनिया में 195 देश हैं। उनमें से 193 यूएन के सदस्य राष्ट हैं और 2 देश गैर सदस्य पर्यवेक्षक राष्ट्र हैं। उन दो देशों के नाम द होली सी और फिलिस्तीन हैं। इस हमले के बाद पूरे क्षेत्र में तनाव का माहौल है। भारत, चीन, ताइवान, सिंगापुर और मलेशिया ने अपने यात्री विमानों की उड़ान इराक और ईरान के ऊपर से रोक दी है।

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