अभी कुछ ही महीने पहले तक यूपी में कांग्रेस और समाजवादी पार्टी के नेता कहते नहीं थक रहे थे कि ‘हम साथ-साथ हैं.’ लेकिन अब नौबत ‘हम आपके हैं कौन?’ कहने तक पहुंच गई है. कांग्रेस ने राज्य में आगामी स्थानीय चुनाव अपने दम पर लड़ने का फैसला किया है.
शनिवार को दिल्ली में यूपी के वरिष्ठ कांग्रेसी नेताओं की बैठक में ये फैसला लिया गया है. मीटिंग में पार्टी महासचिव गुलाम नबी आजाद और यूपी कांग्रेस के अध्यक्ष राज बब्बर भी मौजूद थे. सूत्रों के मुताबिक बैठक में मौजूद ज्यादातर नेताओं का मानना था कि विधानसभा चुनाव के दौरान यूपी की जनता को समाजवादी पार्टी और कांग्रेस का साथ पसंद नहीं आया है. लिहाजा अगर देश के सबसे बड़े राज्य में पार्टी को दोबारा जिंदा करना है तो स्थानीय चुनाव में अकेले ही उतरना बेहतर होगा. राज बब्बर ने मीडिया को बताया, ”हमने यह फैसला किया है कि आने वाले नगर निगम चुनाव में कांग्रेस बिना किसी पार्टी के साथ गठबंधन किए ही लड़ेगी. यह बात समाजवादी पार्टी पर भी लागू होती है यानी उसके साथ भी कोई गठबंधन नहीं किया जाएगा.’