असम: पूरी तरह से हटा कर्फ्यू, मोबाइल इंटरनेट पर अब भी बैन
गुवाहाटी: नागरिकता (संशोधन) कानून के खिलाफ हिंसक विरोध-प्रदर्शन के मद्देनजर असम में कई जगहों पर लगाए कर्फ्यू में मंगलवार को एक बार फिर ढील दी गई है. राजधानी गुवाहाटी में पूरी तरह से कर्फ्यू हटा दिया गया है. गुवाहाटी में रात में भी कर्फ्यू नहीं लगेगा. वहीं डिब्रूगढ़ में आज सुबह 6 बजे से रात 8 बजे तक कर्फ्यू में ढील दी गई है. रात में यहां कर्फ्यू लगा रहेगा या नहीं इसका निर्णय बाद में होगा. वहीं पूरे असम में आज से ब्रॉडबैंड सेवा बहाल की गई है. लेकिन मोबाइल इंटरनेट सेवा अभी भी बंद हैं.
असम में नागरिकता संशोधन विधेयक के खिलाफ आल असम स्टूडेंट यूनियन के आंदोलन का आज दूसरा दिन है. वहीं पूर्वोत्तर राज्य मेघालय की राजधानी शिलांग में सुबह 6 बजे से शाम 7 बजे तक कर्फ्यू में ढील दी गई है. यहां भी ब्रॉडबैंड सेवा बहाल की गई है वहीं मोबाइल इंटरनेट सेवा अभी भी बैन है.
असम के डीजीपी भास्कर ज्योति महंता ने बताया, ‘दुर्भाग्य से पुलिस कार्रवाई में 4 लोग मारे गए हैं.स्थिति ऐसी हो गई थी कि अधिक लोगों और संपत्ति को बचाने के लिए पुलिस को गोली चलानी पड़ी. स्थिति अब बहुत नियंत्रण में है.अब तक 136 मामले दर्ज किए गए हैं और 190 प्रदर्शनकारियों को गिरफ्तार किया गया है. ये सामान्य लोकतांत्रिक प्रदर्शनकारी नहीं थे, लेकिन हिंसा में लिप्त लोगों को, कुछ साजिशकर्ताओं को भी गिरफ्तार किया गया है, जिनमें विभिन्न संगठनों के कुछ प्रमुख नेता भी शामिल हैं.’
हिमंता बिस्वा सरमा ने ट्वीट में लिखा, ”असम सरकार ने मंगलवार 17 दिसंबर 2019 से रात के कर्फ्यू सहित पूरी तरह से कर्फ्यू हटाने का फैसला किया है. ब्रॉड बैंड इंटरनेट कनेक्टिविटी भी कल से बहाल हो जाएगी.”
बीजेपी नेता ने बताया कि पूरे असम में हिंसा और अन्य संबंधित अपराधों के 136 मामले दर्ज किए गए हैं. अब तक पुलिस ने गुवाहाटी और पूरे राज्य में हाल ही में हुई घटनाओं के सिलसिले में 190 लोगों को गिरफ्तार किया है.
हिंसा में दिखा एक खास पैटर्न
नागरिकता (संशोधन) कानून के खिलाफ पूर्वोत्तर के राज्य असम में हिंसक विरोध प्रदर्शन देखा गया. मंत्री सरमा ने कांग्रेस समेत दूसरे विपक्षी दलों पर हिंसा फैलाने का आरोप लगाया है. उन्होंने कहा कि गुवाहाटी के शंकरदेव कलाक्षेत्र में उपद्रव की जब हमने जांच की, तो हमें उसमें एक कांग्रेस कार्यकर्ता की संलिप्तता मिली.
गुवाहाटी में ही होगा शिखर सम्मेलन
असम की सर्बानंद सोनोवाल सरकार में अहम मंत्रालय संभाल रहे सरमा ने कहा, प्रदर्शन के चलते भारत-जापान शिखर सम्मेलन स्थगित कर दिया गया है, लेकिन यह गुवाहाटी में ही होगा. प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी ने फैसला किया है कि गुवाहाटी से कार्यक्रम स्थल को स्थानांतरित नहीं किया जाएगा, लेकिन तारीख बदली जा सकती है. पीएम की व्यक्तिगत रूचि है कि यह सम्मेलन गुवाहाटी में ही होना चाहिए.