आजमगढ़ में हिंसा के बाद 18 मई तक इंटरनेट सेवा पर पूरी तरह से पाबंदी
आजमगढ़: उत्तर प्रदेश के आजमगढ़ जिले में दो समुदायों के बीच रुक-रुक कर हिंसा जारी है। अधिकारियों ने इस पर काबू पाने के लिए शासन के निर्देश पर जिले में इंटरनेट सेवा पर पूरी तरह पाबंदी लगा दी है। लखनऊ से आजमगढ़ पहुंचे आईटी विशेषज्ञ अधिकारियों की सलाह पर सोमवार को यह फैसला लिया गया। यह जानकारी शासन के एक वरिष्ठ अधिकारी ने दी।
प्रदेश में पहली बार इंटरनेट सेवा पर बैन लगा है…
अधिकारियों के मुताबिक, फिलहाल आजमगढ़ में 18 मई तक इंटरनेट सेवा बंद रहेगी। प्रदेश में पहली बार इंटरनेट सेवाओं पर पाबंदी का फैसला लिया गया है। प्रशासन से जुड़े सूत्रों के मुताबिक, अधिकारियों ने पाया कि वॉट्सऐप और फेसबुक के जरिये आपत्तिजनक संदेशों के प्रसारण के कारण हिंसा बीच-बीच में भड़क रही है। इसके बाद इंटरनेट सेवा 18 मई तक के लिए बंद करने का फैसला लिया गया। अधिकारियों के आग्रह पर प्रशासन ने पूरे जिले में इंटरनेट सेवाएं बंद कर दी हैं।
इधर, बवाल का केन्द्र बने निजामाबाद के खुदादादपुर में बड़ी संख्या में पुलिसबल की तैनाती की गई है। आसपास के इलाकों में भी मंगलवार सुबह पुलिस ने गश्त की। राज्य के अतिरिक्त पुलिस महानिदेशक (कानून व्यवस्था) दलजीत चौधरी के मुताबिक, अब तक 21 नामजद और 200 अज्ञात लोगों पर मुकदमा दर्ज कर धरपकड़ की कोशिशें तेज कर दी गई हैं। फिलहाल आठ लोगों को गिरफ़्तार किया गया है।
होली के दिन रंग फेंकने को लेकर शुरू हुआ विवाद…
उल्लेखनीय है कि निजामाबाद थाने के खुदादादपुर गांव में 24 मार्च को होली के दिन रंग फेंकने को लेकर शुरू हुआ विवाद पिछले तीन महीने में कई बार उग्र होते-होते बचा है। शनिवार को दो समुदायों के लोग एक बार फिर आमने-सामने आ गए और तोड़फोड़, आगजनी, पथराव व गोलीबारी की। गोलीबारी की घटना में सीओ सिटी, एसडीएम निजामाबाद सहित कई लोग घायल हो गए।