आपको बिल्कुल भी नहीं होगा पता, इन नियम का पालन न करने से टूट जाता है व्रत
व्रत को हर धर्म में अलग-अलग रूप में अपनाया गया हैं और इसी से इसका महत्व समझा जा सकता हैं। व्रत करने को धर्मों में ऊँचा दर्जा दिया गया हैं। व्रत करने से व्यक्ति को पुण्य की प्राप्ति होती हैं और यह व्यक्ति के द्वारा भगवान को दी गई एक भेंट स्वरुप होती हैं जिससे भगवान खुश होते हैं। लेकिन यह तभी संभव हो पाता है जब व्रत को नियमानुसार किया जाए। इसलिए आज हम आपको बताने जा रहे हैं कुछ ऐसी बातें जो आपके व्रत को विफल बनाती हैं और इन नियमों का पालन ना करने से व्रत टूट जाता हैं।
* क्षमा, सत्य, दया, दान, शौच, इन्द्रिय संयम, देवपूजा, अग्निहोत्र, संतोष तथा चोरी न करना यह दस नियम सम्पूर्ण व्रत में आवश्यक माने गए हैं इनका पालन करना चाहिए। अगर कोई इन नियमों का पालन नहीं करता है तो उसका व्रत सम्पूर्ण नहीं माना जाता।
* व्रत करने वाले मनुष्य को कांसे का बर्तन, मधु, पराए अन्न का त्याग करना चाहिए तथा व्रती को अशुद्ध वस्त्र का उपयोग नहीं करना चाहिए।
* बार बार पानी पीने से, पान खाने से, दिन में सोने से, मैथुन करने से उपवास दूषित हो जाता है और वह टूट जाता है। व्रत के दौरान ऎसा नहीं करना चाहिए।
* व्रत करने वाले को बुरे कार्यो से दूर रहना चाहिए। व्रत के दौरान उन्हें संबंध बनाने से दूरी बनानी चाहिए। इन कार्यो को करने से व्रत टूट जाता है।
* व्रत करने वाले व्यक्ति को कभी असहाय, निर्वल या किसी जीव को पीडा नहीं पहुंचानी चाहिए। जो इंसान व्रत के दौरान किसी असहाय को सताता है या किसी जीव को बिना वजह पीडा पहुंचाता है तो उसका व्रत टूट जाता है।