आयातित दलहन अगले सप्ताह भारत पहुंचेंगे
दस्तक टाइम्स /एजेंसी
नई दिल्ली: आयातित दाल दलहन 23 सितंबर से देश के विभिन्न बंदरगाहों पर पहुंचने शुरू हो जाएंगे। इससे घरेलू बाजार में आपूर्ति सुधरने तथा इनकी खुदरा कीमतों पर काबू पाने में मदद मिलने की संभावना है। खुदरा बाजार में दालों के दाम 150 रुपए प्रति किलो तक चढ गए हैंं। सरकार की आेर से तुअर व उड़द दालों का आयात कर रही सार्वजनिक क्षेत्र की एमएमटीसी को आयातित दलहनों की मिलिंग (दलाई) के लिए स्थानीय टेंडर जारी करने को कहा गया है। राज्य सरकारों ने आयातित दालों की मिलिंग में असमर्थता जताई है। एमएमटीसी ने 5000-5000 टन तुअर व उड़द के आयात को अंतिम रूप दिया था। इसके बाद उसने 5000 टन अतिरिक्त तुअर के लिए नया टेंडर जारी किया। दालों व प्याज के दाल में तीव्र उछाल के मद्देनजर अंतर मंत्रालयी समिति ने इनकी उपलब्धता व कीमतों की समीक्षा की। समिति ने आयातित दालों प्याज की आवक की स्थिति पर भी विचार किया। खाद्य मंत्रालय के बयान के अनुसार, “दलहनों पर एमएमटीसी ने बताया कि 2500 टन तुअर तीन खेप में चेन्नई बंदरगाह पर पहुंचेगी। इतनी ही मात्रा में लगभग 2500 टन तुअर चार खेप में जेएनपीटी में पहुंचेगी। यह आवक 23 सितंबर से शुरू होगी।”
इसके अनुसार 5000 टन तुअर की पूरी खेप इन बंदरगाहों पर 20 अक्तूबर तक पहुंच जाएगी। वहीं उड़द के बारे में एमएमटीसी ने संकेत दिया है कि म्यांमार से 5000 टन उड़द दाल 20 अक्तूबर तक जेएनपीटी पर पहुंचेगी। खाद्य मंत्रालय का कहना है, “राज्यों ने आयातित दलहनों के प्रसंस्करण में असमर्थता का संकेत दिया है इसलिए एमएमटीसी को आयातित दालों की मिलिंग के लिए टेंडर जारी करने की सलाह दी गई है।” प्याज के आयात के सिलसिले में एमएमटीसी ने सूचित किया है कि लगभग 100 टन प्याज अक्तूबर के पहले सप्ताह में आएगा जबकि 1000 टन और प्याज अक्तूबर के आखिर तक जेएनपीटी, मुंबई पर आएगा।