हिसार : जाट आंदोलन को लेकर नित नई चर्चायें हो रही हैं। जाट सेना की भर्ती और उसके बाद दिल्ली काे घेरने की तैयारी इसमें अब नया पेंच आ गया है। दरअसल, आज हिसार में जाट आरक्षण संघर्ष समिति के राष्ट्रीय अध्यक्ष ने खापों द्वारा चलाये गए जाट सेना भर्ती अभियान को सिरे से ख़ारिज कर दिया। उन्होंने कहा कि वे नहीं चाहते कि जाट आंदोलन में युवा कानून को इस तरह से हाथ में लें। इसके लिए उन्होंने जाट युवाओं को इस आंदोलन से दूर रहने और जेली गंडासों का प्रयोग न करने की मुहिम चलकर अब उन्हें समझना शुरू कर दिया है। उन्होंंने कहा कि वे ऐसे किसी आंदोलन के पक्ष में नही हैं। बेशक उनकी लड़ाई सरकार से है और रहेगी। वे रोड पर भी नहीं आयेंगे। जरूरत पड़ी तो रेल को जरूर बाधित करेंंगे। उन्होंंने कहा कि सरकार ने जानबूझकर खापों को आगे कर आंदोलन को कमजोर करने की जो साजिश रची है। वे इसे हरगिज नहीं सफल होने देंंगे। उन्होंने कहा कि खापों का इस आरक्षण को लेकर अब तक रुख साफ़ नहीं हुआ तो वे किस तरह दिल्ली घेरने की बात कर रहे हैं। कुछ लोग सरकार के भेजे हुए हैं। वे हमेशा स्ररकारोंं की हितों की रक्षा करने के लिए जानबूझकर इस तरह के प्रपंच रचते हैं,ताकि हमारा आंदोलन पीछे हट जाए। उन्होंने जाट आरक्षण को लेकर असली रुख का 12 तारीख को साफ़ हो जाने का भी एलान किया और कहा कि वे 12 सितमबर को अपना रुख मीडिया के माध्यम से सरकार के सामने रख देंगे।