नई दिल्ली। धर्मातरण और हिंदुत्व के मुद्दे पर भाजपा नेताओं के विवादित बयानों से प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी खासे नाराज हैं। बताया जाता है कि मोदी इन बयानों से इतने आहत हैं कि उन्होंने संघ नेताओं के साथ हुई बैठक में पद छोड़ने की धमकी तक देते हुए ये तक कहा था कि उन्हें पद का कोई मोह नहीं है। बताया जाता है कि संघ ने भी ऎसे नेताओं पर सख्त रूख अपना लिया है। संघ ने भी सरकार से ऎसे नेताओं पर कार्रवाई करने को कहा है। विवादित बयानों को लेकर संघ और पीएम मोदी के बीच बातचीत हुई है जिसमें मोदी ने संघ नेताओं का कहा बताया कि मना करने के बावजूद भी नेताओं की विवादित बयानबाजी जारी है, जिससे सरकार की छवि खराब हो रही है। भाजपा सरकार विकास के नाम पर चुन कर आई है।
गौरतलब है कि बीते मंगलवार को संसदीय दल की बैठक में मोदी ने भाजपा नेताओं को ऎसे बयानों से बचने को कहा था। पर उसके थोड़ी देर बाद ही भाजपा सांसद योगी आदित्यनाथ ने फिर विवादित बयान दिया था। जिसके बाद मोदी ने संघ नेताओं से बात की थी। संघ की सख्ती के बाद फिलहाल विवादित बयानों पर रोक लग गई है। सूत्रों का कहना है कि संघ को साफ कहा गया गया है कि अगर इस तरह की बयानबाजी जारी रही तो भाजपा का 2017 का मिशन यूपी फेल हो सकता है। राजस्थान के कोटा से विधायक प्रहलाद गुंजल पर हुई कार्रवाई को भी इसी से जोड़कर देखा जा रहा है कि विवादित बयान देने वाले नेताओं पर अब पार्टी सख्त रूख अपनाएगी।