नई दिल्ली : दिल्ली के मुख्यमंत्री अरविंद केजरीवाल के अकाली दल नेता तथा पंजाब के पूर्व मुख्यमंत्री प्रकाश सिंह बादल के रिश्तेदार बिक्रम मजीठिया से माफी मांगने से आम आदमी पार्टी में बवाल पैदा हो गया है। आम आदमी पार्टी के कई नेता अरविन्द केजरीवाल के फैसले से काफी नाराज हैं। आम आदमी पार्टी के राज्यसभा सांसद संजय सिंह ने मामले में केजरीवाल से दूरी बना ली है, उन्होंने कहा कि वह अरविंद केजरीवाल के मसले पर कुछ नहीं कहेंगे, लेकिन उन्होंने फिर साफ कहा कि मैं अपनी बात पर कायम हूं कि मजीठिया ड्रग्स डीलर है और उसे जेल जाना चाहिए। उन्होंने कहा कि पार्टी की राज्य इकाई में नाराजगी है और आप नेताओं को भगवंत मान से बात करनी चाहिए।
आम आदमी पार्टी के संयोजक केजरीवाल ने अकाली दल के नेता मजीठिया को लिखे ‘माफीनामे’ में लिखा है, कि अब मैं जान गया हूं कि सभी आरोप निराधार हैं, इसलिए मैं आपके खिलाफ लगाए गए आरोप, बयान वापस लेता हूं और उनके लिए माफी भी मांगता हूं। दूसरी तरफ पंजाब में आम आदमी पार्टी के नेता और राज्य विधानसभा में विपक्ष के नेता सुखपाल सिंह खैरा ने अरविन्द केजरीवाल के इस फैसले पर हैरानी जताते हुए कहा है कि ‘हम केजरीवाल द्वारा माफी मांगे जाने से आश्चर्यचकित हैं और हमें यह कहने में कोई हिचक नहीं है कि उनके जैसे कद के नेता द्वारा इस तरह समर्पण करने से पहले हमसे संपर्क नहीं किया गया।
गौरतलब है कि अरविंद केजरीवाल की आम आदमी पार्टी, जिसके नेताओं पर 20 से ज्यादा मानहानि के मामले दर्ज हैं, ने उन मामलों को निपटाने का फैसला किया है। अरविन्द केजरीवाल अपने ऊपर चल रहे सभी मानहानि के मामलों को खत्म करने के लिए सभी सम्बंधित नेताओं से बात करेंगे। अरुण जेटली, नितिन गडकरी समेत कई नेताओं ने केजरीवाल पर मानहानि के मुकदमे कर रखे हैं। मिली जानकारी के अनुसार अरविन्द केजरीवाल को रोजाना अदालत में घंटों बर्बाद करने पड़ रहे हैं जिससे उनका कामकाज प्रभावित हो रहा है, इसलिए अब सभी मुकदमे खत्म करने के लिए कोशिश करेंगे।