इंडियन रेड क्रास सोसाइटी पर जनता ने लगाए यह आरोप
दस्तक टाइम्स /एजेंसी
जम्मू कश्मीर: इंडियन रेड क्रॉस (आई.आर.सी.) की कश्मीर शाखा में जवाबदेही की कमी की वजह से भ्रष्टाचार और भाई-भतीजावाद बेरोकटोक है और इस बुराई पर अंकुश लगाने के लिए प्राधिकरण कदम उठाने में नाकाम रहा है। यह आरोप आज यहां आई.आर.सी. की राज्य शाखा से जुडे लोगों के एक समूह ने लगाया। उन्होने आई.आर.सी.) की कश्मीर शाखा पर जनता के पैसे का गबन करने का भी आरोप लगाया।प्रतिनिधिमंडल ने कहा कि हाल ही में एक अंडर-ग्रेजुएट को इस तथ्य के आधार पर कार्यक्रम प्रबंधक के रुप में नियुक्त किया गया कि उक्त व्यक्ति आई.आर.सी. की राज्य शाखा के वर्तमान महासचिव का करीबी रिश्तेदार है। उन्होने कहा कि कार्यक्रम प्रबंधक जिनको बिना किसी प्रक्रिया का पालन किए भर्ती किया गया था आई.आर.सी. की राज्य शाखा के महासचिव के साथ मिलकर ‘इंनर कॉल’ नामक ट्रस्ट चला रहे हैं। इस निकटता की वजह से व्यक्ति को आई.आर.सी. की राज्य शाखा में कार्यक्रम प्रबंधक का पद हासिल करने में मदद मिली। हम हैरान है कि कैसे एक अंडर-ग्रेजुएट को कार्यक्रम प्रबंधक के रुप में नियुक्त किया गया जबकि पोस्ट-ग्रेजुएट छात्रों को दरवाजा दिखाया गया। प्रतिनिधिमंडल ने कहा कि नई दिल्ली के लिए सात दिवसीय यात्रा के लिए अवैध रुप से नियुक्त कार्यक्रम प्रबंधक ने यात्रा भत्ता के रुप में ४०४०० रुपए निकाले जिसमें से उन्होने ट्रैवल एजेंट को रिश्वत के तौर पर ११८०० रुपए का भुगतान किया। न सिर्फ यह, शाखा ने वेबसाइट का ठेका ‘अरडेंट मार्केटिंग सोलूशन’ को दिया और हैरानी की बात यह है कि इस कंपनी का मालिक खुद कार्यक्रम प्रबंधक है और वह इस कंपनी को आई.आर.सी. के पैसे का गबन करने के लिए एक फर्जी नाम पर चला रहा है। उन्होने उच्च अधिकारियों विशेषकर संभागीय आयुक्त और राज्यपाल के प्रधान सचिव को मामले का गंभीरता से संज्ञान लेने की अपील की। उन्होने कहा कि कश्मीर घाटी में आई.आर.सी. की राज्य शाखा में हो रही हर कुकर्म के बारे में उनके पास दस्तावेजी सबूत है। इस संबध में अवलंबी कार्यक्रम प्रबंधक ने सभी आरोपों को निराधार करार देते हुए कहा कि कुछ लोग आई.आर.सी. की राज्य शाखा की छवि को बदनाम करने पर तुले हुए हैं। नई दिल्ली की उनकी यात्रा स्वीकृत थी और 2013 में जब वह शाखा के कर्मचारी नही थे के दौरान उनको वेबसाइट के लिए रेड क्रॉस से ठेका मिला था। इसके अलावा उनकी भर्ती के लिए उचित प्रक्रिया का पालन किया गया था। आई.आर.सी. की राज्य शाखा की महासचिव रोमा वानी ने कहा कि रेड क्रॉस एक सरकारी विभाग नही बल्कि एक गैर सरकारी संगठन (एन.जी.ओ) है जो विभिन्न स्रोतों से प्राप्त दान से अपने मामलों का प्रबंधन करता है। कुछ असंतुष्ट तत्व है जो रेड क्रॉस को बदनाम करना चाहते है। साथ ही साथ रेड क्रॉस में किसी की भी नौकरी स्थायी नही है और किसी को भी विशेष उपचार नही दिया जाता है।