मुंबई. शीना बोरा हत्याकांड की मुख्य आरोपी इंद्राणी मुखर्जी को दो दिन बाद रविवार को होश आ गया। उसकी हालत अब खतरे से बाहर है। हालांकि अभी वह नींद में है। शुक्रवार को उसने बायखला जेल में ढेर सारी गोलियां खा ली थीं। हालत बिगड़ने पर जेजे अस्पताल में भर्ती कराया गया था। जेजे अस्पताल के डीन टीपी लहाणे ने बताया कि 43 साल की इंद्राणी की हालत खतरे से बाहर है। उसे पानी और कुछ तरल पदार्थ दिए गए थे। अगले 48 घंटे उसे निगरानी में रखा जाएगा। इसके बाद डिस्चार्ज कर दिया जाएगा। इंद्राणी को 25 अगस्त को मुंबई की खार पुलिस ने बेटी शीना की हत्या के आरोप में गिरफ्तार किया था। उसके साथ पूर्व पति संजीव खन्ना और ड्राइवर श्याम राय को भी पुलिस ने गिरफ्तार किया है।
एंटी डिप्रेशन का लेवल ज्यादा मिला
इंद्राणी की रिपोर्ट हिंदूजा अस्पताल से मिल गई है। डीन लहाणे ने बताया कि उसके शरीर में एंटी ड्रिप्रेशन का लेवल 2088 तक पाया गया है। जबकि यह सामान्य तौर पर 200 तक होना चाहिए। डॉ लहाणे ने कहा, रिपोर्ट से एंटी ड्रिप्रेशन के ओवर डोज लिए जाने की पुष्टि हुई है। उसे जेल में डॉक्टर की सलाह पर दो गोलियां एंटी ड्रिप्रेशन की दी जाती थीं। उसने प्रतिदिन दी जाने वाली गोलियां एकत्र कीं और शुक्रवार को खा लीं।
यह खुदकुशी की कोशिश है या हत्या का प्रयास : विखे-पाटील
शीना हत्याकांड की मुख्य आरोपी इंद्राणी मुखर्जी की अचानक हुई खराब हालत के मद्देनजर विधानसभा में नेता प्रतिपक्ष राधाकृष्ण विखे-पाटील ने सवाल खड़े किए हैं। पूछा कि यह इंद्राणी के साथ महज एक हादसा है या फिर कुछ और। यह खुदकुशी की कोशिश है या हत्या का प्रयास। विखे-पाटील ने रविवार को पत्रकारों से कहा कि जेल में रहते हुए इंद्राणी की यह दशा हुई है, तो आगे चलकर पानसरे हत्याकांड में गिरफ्तार समीर गायकवाड़ के साथ भी ऐसा हो सकता है।
सनातन संस्था का अस्तित्व खतरे में है। उन्होंने कहा कि शीना मामले की जांच मुंबई के तत्कालीन पुलिस आयुक्त राकेश मारिया के नेतृत्व में सही दिशा में चल रही थी। लेकिन उनका अचानक तबादला कर दिया। सरकार ने यह मामला सीबीआई को देने का निर्णय लिया। जबकि आरोपी के गिरफ्तारी के बाद उसने अपना गुनाह कबूल लिया था। इसके बावजूद सीबीआई को यह केस देने का निर्णय लिया गया जो कि हास्यास्पद लगता है।
गृह विभाग के लिए सीएम के पास समय नहीं
नेता प्रतिपक्ष ने नागपुर में बढ़ रही घटनाओं को लेकर मुख्यमंत्री देवेंद्र फडणवीस पर निशाना साधा। कहा कि प्रदेश की कानून-व्यवस्था खराब हो रही है। मुख्यमंत्री के गृह जिले में अपराध बढ़ रहे हैं। मुख्यमंत्री के पास गृह विभाग की ओर ध्यान देने के लिए समय नहीं है। इसलिए अलग से गृहमंत्री मिलना चाहिए।
एंटी डिप्रेशन का लेवल ज्यादा मिला
शीना हत्याकांड की मुख्य आरोपी इंद्राणी मुखर्जी की अचानक हुई खराब हालत के मद्देनजर विधानसभा में नेता प्रतिपक्ष राधाकृष्ण विखे-पाटील ने सवाल खड़े किए हैं। पूछा कि यह इंद्राणी के साथ महज एक हादसा है या फिर कुछ और। यह खुदकुशी की कोशिश है या हत्या का प्रयास। विखे-पाटील ने रविवार को पत्रकारों से कहा कि जेल में रहते हुए इंद्राणी की यह दशा हुई है, तो आगे चलकर पानसरे हत्याकांड में गिरफ्तार समीर गायकवाड़ के साथ भी ऐसा हो सकता है।
नेता प्रतिपक्ष ने नागपुर में बढ़ रही घटनाओं को लेकर मुख्यमंत्री देवेंद्र फडणवीस पर निशाना साधा। कहा कि प्रदेश की कानून-व्यवस्था खराब हो रही है। मुख्यमंत्री के गृह जिले में अपराध बढ़ रहे हैं। मुख्यमंत्री के पास गृह विभाग की ओर ध्यान देने के लिए समय नहीं है। इसलिए अलग से गृहमंत्री मिलना चाहिए।