इन बातों का ध्याना रखते हुए बच्चों को स्तनपान करा सकती हैं कोरोना पॉजिटिव माएं
नई दिल्ली: कोरोना की संभावित तीसरी लहर को लेकर देशभर में चिंता का माहौल बना हुआ है. वहीं, नवजात बच्चों के माता-पिता उनकी देखरेख को लेकर परेशान हैं. स्तनपान (Breastfeeding) कराने वाली माताओं के मन में ये सवाल है कि क्या वह कोरोना पॉजिटिव होने के बाद भी अपने बच्चे को स्तनपान करा सकती हैं. दिल्ली के लेडी हार्डिंग मेडिकल कॉलेज में प्रसूति एवं महिला रोग विभाग की प्रमुख (HOD) डॉ मंजू पुरी ने बताया कि पॉजिटिव होने के बाद भी एक मां अपने बच्चे के लिए स्तनपान जारी रख सकती है. हालांकि, इसे लेकर उन्हें काफी सावधानियां भी बरतनी होंगी.
डॉ मंजू पुरी ने बताया कि दूध पिलाने के बाद महिलाओं को अपने बच्चे से उचित दूरी बनानी चाहिए. वहीं, कोरोना वैक्सीन मिथकों के बारे में बात करते हुए उन्होंने कहा कि वैक्सीन हमारे रिप्रोडक्शन पार्ट को प्रभावित नहीं करती है या बांझपन का कारण नहीं बनती है. कोरोना के खिलाफ टीका केवल शरीर को एक वायरस के खिलाफ इम्यूनिटी बढ़ाने में मदद करता है, यह शरीर के किसी अन्य टिशू को प्रभावित नहीं करता है.
डॉ मंजू पुरी ने बताया कि जिनकी रिपोर्ट कोरोना निगेटिवआई है वह भी नवजात शिशुओं को स्तनपान कराने में मदद कर सकते हैं. हालांकि, स्तनपान कराने से पहले हाथ धोना, मास्क पहना, फेस शील्ड जैसे नियमों का पालन करना जरूरी है. साथ ही आसपास के वातावरण को अच्छी तरह से साफ करना अनिवार्य है. जन्म के तुरंत बाद कोरोना पॉजिटिव पाए जाने बच्चों को लेकर मंजू पुरी ने कहा कि उन्हें यकीन नहीं है कि उन बच्चों को मां के गर्भ के अंदर या जन्म के तुरंत बाद संक्रमण हुआ है. इससे पहले विश्व स्वास्थ्य संगठन (WHO) के प्रमुख डॉक्टर टेड्रोस एडहॉनम गीब्रिएसुस का भी कहना था कि कोरोना पॉजिटिव मांओं को अपने नवजात शिशु को स्तनपान कराना जारी रखना चाहिए.
तीसरी लहर भले ही बच्चों के लिए खतरनाक बताई जा रही है लेकिन, दुनिया भर की तमाम स्टडीज में सामने आया है कि कोरोना का जोखिम बच्चों में काफी कम है. वहीं कई बीमारियां हैं जिससे नवजात बच्चों को अधिक खतरा होता है. ऐसे में लोगों की चिंताएं भी थोड़ी कम हुई हैं.