चमोली जिले के मेड़ ठेली गांव में पहली बार जब वाहन पहुंचा तो ग्रामीण खुशी से झूम उठे। यहां दस साल से ग्रामीण सड़क के लिए संघर्ष कर रहे थे। रोड कटिंग का काम यहां पूरा हो गया।
गोपेश्वर: एक दशक के प्रयास के बाद चमोली जिले के मेड़ ठेली गांव में लोक निर्माण विभाग ने सड़क पहुंचा दी। इसकी खुशी से ग्रामीण झूम उठे। यही नहीं गांव तक वाहन को ले जाया गया। साथ ही ग्रामीणों ने पूजा अर्चना भी की।
वर्ष 2007 में चमोली जिले के मेड़ ठेली गांव के लिए कुहेड़ मथरपाल सड़क स्वीकृत हुई थी। पहले कुछ समय तक तो वन भूमि स्थानांतरण के चलते इस सड़क पर निर्माण कार्य लटका रहा। ग्रामीणों ने कई दौर के आंदोलन किए। तब जाकर लोक निर्माण विभाग द्वारा वर्ष 2015 में इस सड़क पर निर्माण कार्य शुरू किया गया।
निर्माण की कछुवा चाल पर भी कई बार ग्रामीणों की ओर से आंदोलन व विरोध प्रदर्शन किए गए। तब जाकर निर्माण कार्य में तेजी लाई गई। लोनिवि ने एक वर्ष पूर्व पलेठी तक सड़क का निर्माण कर दिया गया था। लेकिन उसके बाद काम बंद कर दिया था। इससे मेड़ ठेली के ग्रामीणों को तीन किमी की पैदल दूरी तय करनी पड़ रही थी।
लोक निर्माण विभाग ने अब इस सड़क पर कटिंग का कार्य मेड़ ठेली गांव तक पूरा कर दिया गया। कटिंग पूरी होने के बाद स्थानीय ग्रामीण ठेली गांव में जीप वाहन ले गए। गांव में वाहन के पहुंचने पर ग्रामीणों में खुशी का माहौल देखा गया।
गांव की महिलाओं ने गांव में पहुंचे वाहन की पूजा अर्चना की। ग्रामीणों का कहना है कि लंबे समय बाद ही सही उनकी यातायात सुविधा पाने की मुराद पूरी हो पाई है। ग्राम प्रधान सुरेंद्र सिंह रावत, धीरज सिंह, शुभद्रा देवी, शिशुपाल सिंह, सूर सिंह, मंगसीरी देवी, माहेश्वरी देवी आदि ग्रामीण जीप वाहन की पूजा अर्चना में शामिल हुए।