एक तरफ जहाँ देश में गरीब आधार कार्ड, राशन, और भूख के कारण मर जाते है, कई किसान कर्ज के कारण आत्महत्या कर लेते है वहीं दूसरी ओर उत्तराखंड की भाजपा सरकार ने सत्ता सँभालने के बाद अभी तक चाय और नाश्ते पर 68.59 लाख रूपये खर्च कर दिए. यह खुलासा आरटीआई के माध्यम से हुआ है. आरटीआई आवेदक हेमंत सिंह गौनिया ने सरकार से पिछले नौ महीनों में चाय और नाश्ते पर हुए खर्च का हिसाब जानना चाहा जिसके बाद उन्हें यह जानकारी मिली.
आपको बता दें, यह आवेदन हेमंत सिंह गौनिया ने उत्तराखंड की त्रिवेंद्र सिंह रावत की सरकार को 19 दिसंबर, 2017 को भेजा था, इसके जवाब में उत्तराखंड सरकार ने बताया कि इस बाबत अब तक 68 लाख 59 हजार 865 रुपये खर्च किए गए हैं. सरकार के अनुसार यह राशि मंत्रियों और उनके मिलने वालो के चाय नाश्ते पर खर्च की गई है.
इसके पहले दिसम्बर में आई एक खबर के मुताबिक उत्तर प्रदेश की योगी सरकार ने सरकार के काम-काज के प्रचार प्रसार में एलईडी और बाकी चीजों पर 10 करोड़ रूपये खर्च किये थे, वहीं उत्तर प्रदेश के पूर्व मुख्यमंत्री अखिलेश यादव ने कार्यकाल के अंतिम वर्ष में कुल 85 करोड़ प्रचार में खर्च किये थे. आपको बता दें कि उत्तर प्रदेश में ही पिछले साल ऑक्सीजन की कमी के कारण कई बच्चों की मौत हुई थी. ऐसे में सवाल उठता है कि आखिर इतना पैसा खर्च कर सरकार अपने किस काम का प्रचार कर रही है.