हरिद्वार की औद्योगिक चौकी क्षेत्र में बाबा भूरे शाह की मजार के पीछे राजाजी टाइगर रिजर्व वन क्षेत्र में दो महिलाओं और एक पुरुष की धारदार एवं नुकीले हथियार से गोदकर हत्या कर दी गई। तीनों लकड़ी लेने जंगल गए थे। घटनास्थल पर अलग-अलग स्थानों पर तीनों के शव बरामद हुए हैं। मृतकों के सिर, गर्दन एवं माथे पर कई घाव थे। महिलाओं के कपड़े अस्त-व्यस्त हालत में थे। एसएसपी राजीव स्वरूप ने घटनास्थल का मुआयना कर हत्याकांड की गुत्थी का जल्द खुलासा करने के निर्देश दिए हैं।
औद्योगिक क्षेत्र की ही लोधामंडी के रहने वाले पेशे से दिहाडी मजदूर सेवाराम की पहली पत्नी शीला 42 वर्ष एवं क्रांति 65 वर्ष पत्नी स्वर्गीय ओमप्रकाश निवासी लालमंदिर कालोनी ज्वालापुर रोजाना की भांति लकड़ी लेने गई थीं। देर शाम तक जब वह घर नहीं पहुंचीं तब परिजन औद्योगिक चौकी पहुंचे। स्थानीय पुलिस ने वन विभाग को सूचना दी, लेकिन रात होने के चलते जंगल में अंदर तक घुसने का साहस किसी ने नहीं जुटाया फिर रविवार अलसुबह ही वन कर्मचारियों के साथ परिजन जंगल में पहुंच गए।
मजार से करीब आधा किलोमीटर अंदर जंगल में शीला और क्रांति के शव करीब बीस मीटर की दूरी पर पड़े मिले। उनके कपड़े अस्तव्यस्त थे जबकि करीब सौ मीटर की दूरी पर सफाईकर्मी राम आसरे (34 वर्ष) पुत्र रामनाथ निवासी टिअरा, अटोली, तहसील बदलापुर, जिला जौनपुर, यूपी हाल निवासी झुग्गी झोपड़ी लोधामंडी का खून से सना शव पड़ा था। घटना की सूचना मिलते ही एसएसपी राजीव स्वरूप, एसपी सिटी नवनीत सिंह, सीओ सिटी प्रकाश देवली, सीओ सदर जेपी जुयाल, कोतवाली प्रभारी महेंद्र सिंह नेगी, एसओजी प्रभारी नरेंद्र सिंह बिष्ट घटनास्थल पर पहुंच गए।
फोरेंसिक एक्सपर्ट को बुलाकर साक्ष्य जुटाए गए। घटनास्थल से एक कुल्हाड़ी, पानी की बोतलें, लकड़ी का गठ्ठर, एक टी शर्ट बरामद हुई है। एसएसपी राजीव स्वरूप ने दावा किया कि हत्याकांड की हर पहलू से जांच चल रही है। वारदात का जल्द ही खुलासा कर दिया जाएगा। राम आसरे औद्योगिक क्षेत्र में ही बाबा रामदेव की दिव्य फार्मेसी में सफाईकर्मी था।
वह करीब एक माह से ड्यूटी पर नहीं आ रहा था। मृतका शीला की सेवाराम से दूसरी शादी हुई थी। उसका मायका भी लोधामंडी का ही है। उसकी पहली शादी हरियाणा में हुई थी और वह पति को छोड़कर चली आई थी। करीब दस वर्ष पूर्व शीला ने सेवाराम से शादी की थी। पर, मां न बन पाने के कारण शीला ने ही अपने पति की दूसरी शादी कराई थी।
घटनास्थल पर मिली टी शर्ट आखिर किसकी है। ये एक बड़ा सवाल है। मैली कुचैली टी शर्ट को पुलिस ने कब्जे में ले लिया है।
वहीं कुल्हाडी के हत्थे पर खून लगा है लेकिन अगले हिस्से पर जरा भी खून का निशान नहीं है।