देहरादून: समाजवादी पार्टी उत्तर प्रदेश के मुख्यमंत्री अखिलेश यादव की पत्नी एवं सांसद डिंपल यादव को उत्तराखंड में आगामी विधानसभा चुनावों में पार्टी का चेहरा बनाकर पेश करना चाहती है। सपा की प्रदेश इकाई के अध्यक्ष डा. सत्यनारायण सचान ने बताया कि पार्टी की राज्य इकाई इस संबंध में एक प्रस्ताव पारित करके अपने केंद्रीय नेतृत्व को भेज चुकी है जिस पर जल्द ही अंतिम फैसला आने की उम्मीद है। उन्होंने कहा कि सपा की कोर कमेटी की बैठक में डिंपल यादव को उत्तराखंड का प्रभारी बनाने संबंधी राज्य इकाई की तरफ से भेजे गये प्रस्ताव पर विस्तार से चर्चा हो चुकी है और नेताजी (मुलायम सिंह यादव) भी इसे लेकर काफी गंभीर हैं। कन्नौज से सांसद डिंपल उत्तराखंड में पौडी जिले के कोटद्वार में जन्मीं और पली-बढ़ी हैं। यह पूछे जाने पर कि क्या डिंपल अपनी जन्मभूमि में हाशिये पर चली गई सपा में दोबारा जान फूंकने के लिये आने की इच्छुक हैं, सचान ने कहा कि वह हमारी पार्टी की राष्ट्रीय नेता हैं और जरूरत पडऩे पर एवं केंद्रीय नेतृत्व के निर्देशानुसार वह कहीं भी पार्टी का काम संभाल सकती हैं। सचान ने कहा कि हम चाहते हैं कि डिंपल उत्तराखंड की कमान अपने हाथों में लें और उत्तर प्रदेश की तरह उत्तराखंड में भी सपा को सत्ता में लेकर आएं।
वर्ष 2000 से पहले अविभाजित उत्तर प्रदेश में उत्तराखंड वाले क्षेत्र में समाजवादी पार्टी का अच्छा प्रभाव था। उत्तराखंड की 23 सदस्यीय अंतरिम विधानसभा में समाजवादी पार्टी के तीन विधायक थे लेकिन पृथक राज्य आंदोलन के विरोधी के तौर पर पहचान बनने के कारण सपा तमाम कोशिशों के बावजूद उत्तराखंड में हुए सभी तीनों विधानसभा चुनावों में अपना खाता तक नहीं खोल पाई। सचान ने कहा कि राज्य में उनकी पार्टी की स्वीकार्यता अब बढने लगी है और कांग्रेस एवं भाजपा दोनों के कुशासन से त्रस्त जनता विकल्प के रूप में समाजवादी पार्टी को दोबारा अपनाना चाहती है। उन्होंने कहा कि हम लोगों को यह समझाने में कामयाब हो रहे हैं कि उत्तर प्रदेश के साथ ही उत्तराखंड में भी सपा की सरकार होने से हमें परिसंपत्तियों के बंटवारे सहित सभी मोर्चों पर लाभ होगा और इसका फायदा जनता को ही मिलेगा।