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उत्तर भारत में ठंड की मार, कोहरे से दिल्ली में दमघोंटू हुई हवा

नई दिल्ली : राजधानी दिल्ली समेत पूरे उत्तर भारत में लोग कड़ाके की ठंड से रविवार को सर्दी ने पिछले 12 साल का रेकॉर्ड तोड़ दिया, वहीं सोमवार को भी स्थिति कुछ खास बेहतर नहीं थी। स्काईमेट के मुताबिक अगले 48 घंटे तक लोगों को सर्दी से मामूली राहत मिल सकती है, लेकिन उसके बाद पारा फिर तेजी से नीचे गिरेगा। उसके बाद सप्ताह के अंत तक ऐसी स्थिति बनी रहेगी। दिल्ली-एनसीआर के लोगों को सुबह से ही सड़कों पर कोहरे की वजह से परेशानी का सामना करना पड़ा। दिल्ली के कुछ इलाकों में विजिबिलिटी बेहद कम दर्ज की गई। वहीं सफदरजंग में पारा 4.6 डिग्री सेल्सियस दर्ज किया गया। उत्तर भारत की बात करें तो सोमवार को पंजाब के अमृतसर में सबसे कम 1.1 डिग्री सेल्सियस तापमान दर्ज किया गया। स्काईमेट के चीफ मेट्रोलॉजिस्ट महेश पहलावत ने बताया कि दिल्ली में रविवार के 3.7 डिग्री सेल्सियल के तापमान के मुकाबले सोमवार को तापमान बढ़कर 4.6 पर दर्ज किया गया। उन्होंने बताया कि अगले दो दिन तक तापमान ऐसा ही बना रहेगा। उन्होंने बताया कि बुधवार के बाद नॉर्थ-वेस्टर्न हवाओं के कारण तापमान में गिरावट फिर से शुरू होगी। जो औसत तौर पर 3.5 के आसपास रहेगी। पहलावत ने बताया कि गिरते तापमान के कारण प्रदूषण की स्थिति में कोई परिवर्तन नहीं होगा। आने वाले दिनों में बारिश की कोई संभावना नहीं है, ऐसे में प्रदूषण बेहद खराब से गंभीर की श्रेणी में ही रहेगा। पंजाब के ही लुधियाना में न्यूनतम तापमान 2.4 डिग्री सेल्सियस, खुजराहो में 2.5 डिग्री सेल्सियस, अंबाला और गया में 3.8 डिग्री सेल्सियस, मंडला में 4.0 डिग्री सेल्सियस, मेरठ और रेवा में 4.3 डिग्री सेल्सियस, दतिया और हिसार में 4.5 डिग्री सेल्सियस तापमान दर्ज किया गया। नए साल से पहले दिल्ली में सर्दी के साथ प्रदूषण का स्तर भी काफी बढ़ चुका है। क्रिसमस से पहले दिल्लीवालों का दम घुटने लगा है। लोग सिरदर्द, आंखों में जलन और खांसी से बेहाल हैं। पीएम 10 से कहीं अधिक परेशानी इस समय पीएम 2.5, बेंजीन और एनओ2 बढऩे से हो रही है। रविवार, दिल्ली में सीजन का सबसे प्रदूषित दिन था। बीती रात से ही प्रदूषण के स्तर में इजाफा हो रहा था। सुबह करीब 9 बजे नेहरू नगर और वजीरपुर में पीएम 2.5 बढ़कर 1000 एमजीसीएम पहुंच गया। यह सामान्य से 16.7 गुना अधिक है। प्रदूषण और सर्दी को देखते हुए लोगों को कुछ दिनों के लिए घरों में रहने की सलाह दी गई है। दिल्ली के नेहरू नगर में पीएम 10 का स्तर 11 गुना और वजीरपुर में 13 गुना दर्ज हुआ। ध्यान चंद स्टेडियम में बेंजीन सामान्य से 7 गुना अधिक, आरके पुरम में 6 गुना और मुंडका व आनंद विहार में 5 गुना अधिक दर्ज हुई। एनओ2 का स्तर आनंद विहार में सामान्य से 4 गुना, पंजाबी बाग में 3 गुना अधिक रहा। सीपीसीबी के अनुसार, दिल्ली के सबसे प्रदूषित एरिया में रविवार को नेहरू नगर और वजीरपुर रहे। यहां एयर इंडेक्स 482 रहा।

रोहिणी का एयर इंडेक्स 480 रहा।  सीपीसीबी और ईपीसीए इस बात से भी परेशान हैं कि क्रिसमस और न्यू ईयर पर अगर लोगों ने अतिशबाजी की तो हवा और खराब होगी। यही वजह है कि सीपीसीबी दिल्ली-एनसीआर में ग्रीन पटाखे ही बेचे जाने के निर्देश दे चुका है। सीपीसीबी ने लोगों को सलाह दी है कि जो लोग सांस और फेफड़ों की बीमारी से जूझ रहे हैं, वो अगले 3 से 5 दिन तक घरों में रहें। टास्क फोर्स की शनिवार शाम हुई मीटिंग में आईएमडी ने बताया कि अगले 3 से 5 दिन प्रदूषण से राहत नहीं मिलेगी। मौसम इस समय काफी ठंडा है। इसकी वजह से हालात बिगड़े हुए हैं। इसके बाद सीपीसीबी ने ईपीसीए को सुझाव दिया कि सिविक एजेंसी अपने मौजूदा कदमों को सख्ती से उठाए।

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