उपमंडल स्तर पर खुलेंगे महिला पुलिस स्टेशन: खट्टर
रेवाड़ी: हरियाणा के मुख्यमंत्री श्री मनोहर लाल ने कहा है कि महिलाओं की सुरक्षा के लिए जिला मुख्यालय के बाद अब उपमण्डल स्तर पर महिला पुलिस स्टेशन खोले जाएगे। मनोहर लाल रविवार को रेवाडी में श्री मुरलीमनोहर मन्दिर ठठेरा समाज द्वारा आयोजित पांचवे सामुहिक विवाह सम्मेलन को सम्बोधित कर रहे थे। मुख्यमंत्री ने कहा कि वर्ष 2030 तक हरियाणा पुलिस में 30 प्रतिशत महिलाओं की भागीदारी होगी। उन्होने कहा कि महिला सशक्तिकरण को बढावा देने के लिए प्रदेश सरकार द्वारा अनेक योजनाएं चलाई जा रही है। आज किसी भी क्षेत्र में महिलाएं पुरूषो से पीछे नहीं है। उन्होने कहा कि देश के प्रधानमंत्री ने वर्ष 2015 में हरियाणा के पानीपत जिले से बेटी बचाओ बेटी पढाओ कार्यक्रम का आगाज किया था प्रदेश सरकार ने इस कार्यक्रम को तत्परता व तन्मयता से आगे बढाते हुए कार्य किया है जिसके परिणाम स्वरूप प्रदेश का लिंगानुपात 830 से बढकर 950 तक पहुंच गया है। उन्होने कहा कि बेटी बचाओं-बेटी पढाओ-बेटी बढाओ कार्यक्रम पर सरकार का पूरा ध्यान केन्द्रित है। उन्होने कहा कि भ्रूण हत्या समाज के लिए अभिशाप है तथा कन्याओं के जन्म को लेकर अब समाज में जागरूकता आ रही है, लिंगानुपात सुधार इस बात का प्रमाण है। कन्याओं के जन्म पर कुआ पूजन जैसे कार्यक्रम अब समाज में होने लगे है जो बदली हुई मानसिकता को दर्शाता है।
मुख्यमंत्री ने कहा कि बेटी बचाओं के साथ-साथ राज्य सरकार कन्याओं की शिक्षा पर भी पूरा ध्यान दे रही है आज हरियाणा प्रदेश को किसी भी कोने में 20 किलोमीटर से अधिक की दूरी पर कन्याओं को उच्च शिक्षा ग्रहण करने के लिए नहीं जाना पडेगा इसके लिए सरकार ने एक साथ 21 नये कॉलेज खोले थे और अब प्रदेश में 27 ऐसे स्थान चिन्हित किये है जिन पर नये कन्या कॉलेज स्थापित किये जाएगे। उन्होने कहा कि उक्त स्थानों में रेवाडी जिला में मात्र जाटूसाना एक ऐसा क्षेत्र है जहां पर महिला कॉलेज नहीं है इसलिए जाटूसाना में महिला कॉलेज खोला जाएगा। मुख्यमंत्री ने ठठेरा समाज द्वारा आयोजित सामुहिक विवाह समारोह में नव दम्पतियों को आर्शीवाद देते हुए कहा कि देश के विभिन्न कोनो से आये हुए ठठेरा समाज के लोगों ने इस उत्सव में बडी उमंग से भाग लिया है जिसके लिए वे बधाई के पात्र है। इस प्रकार के सामुहिक विवाह सम्मेलन से आर्थिक रूप से कमजोर परिवारों को सहायता मिलती है तथा खर्चे के बोझ से बच सकते है। उन्होने कहा कि समाज ने यह प्रशंनीय कार्य है जिसके लिए आयोजन समीति बधाई की पात्र है तथा परिवार रूपी गाडी का संतुलन बनाये रखने में इस प्रकार के कार्यक्रम से एक दूसरे को समझने में बहुत ही सार्थक सिद्ध होते है।