उपराष्ट्रपति एम वेंकैया नायडू ने इंदिरा गांधी राष्ट्रीय वन अकादमी के दीक्षांत समारोह में आइएफएस अधिकारियों को सम्मानित किया। उपराष्ट्रपति के दौरे को लेकर पुलिस ने सुरक्षा व्यवस्था कड़ी कर रखी है।
उपराष्ट्रपति सुबह करीब आठ बजे दिल्ली से जौलीग्रांट एयरपोर्ट पहुंचें। इस दौरान राज्यपाल केके पॉल, मुख्यमंत्री त्रिवेंद्र रावत ने पुष्प भेंट कर उनका स्वागत किया। तत्पश्चात वह कार से राजभवन के लिए रवाना हुए।
राजभवन में उपराष्ट्रपति ने तेज पत्ता की पौध का रोपण भी किया। कुछ देर राजभवन में रुकने के बाद सड़क मार्ग से इंदिरा गांधी राष्ट्रीय वन अकादमी के दीक्षांत समारोह में भाग लेने पहुंचे।
समारोह में नायडू आइएफएस अधिकारियों को सम्मानित किया। व्यावसायिक प्रशिक्षण पाठ्यक्रम 2016-18 में कुल 53 अधिकारी पासआउट हुए। इनमें 51 भारत और 02 मित्र देशों के अधिकारी शामिल हैं। प्रशिक्षण पाठयक्रम के 18 अधिकारियों ने 75 फीसद से ज़्यादा अंक प्राप्त किए हैं।
इस मौके पर मुख्यमंत्री त्रिवेंद्र रावत ने कहा कि वनो के महत्व और बचाव को लेकर काम करने की आवश्यकता है। वनो के लिए उत्तराखंडवासियों ने अपने प्राणो की भी बाजी लगाई।
हिमलायी राज्यों पर वनो के संरक्षण के लिए ईको सेंसिटिव जोन का भी फायदा उठाया जा सकता है। उन्होंने कहा कि जंगल में लगने वाली आग उत्तराखंड में किसी बड़ी आपदा से कम नहीं है। वैज्ञानिकों को वनो के संरक्षण को लेकर नई तकनीकी विकसित करनी होगी।