उमर खालिद की 11 साल की बहन ने कहा-गिलानी
एजेन्सी/ नई दिल्ली : देशद्रोह के मामले में आरोपी जेएनयू छात्रों में शामिल उमर खालिद की सबसे छोटी बहन सारा फातिमा ने कहा कि ‘जब तक हर किसी को न्याय नहीं मिल जाता’ उनका संघर्ष जारी रहेगा। उसने साथ ही दिल्ली विश्वविद्यालय के प्रोफेसर एस आ आर गिलानी और जी एन साईबाबा को बरी करने की मांग की।
वहां मौजूद भीड़ ने तालियां बजाकर उसका खूब उत्साहवर्धन किया और उसे ‘कामरेड सारा’ उपनाम से पुकारा। सारा ने कहा, ‘उमर और अनिरबान जेल से साथ बाहर आए हैं इसलिए यह खुशी मनाने का पल है। लेकिन मैं सब को बताना चाहती हूं कि हमारा संघर्ष यहां खत्म नहीं होता। हमें तब तक अपना संघर्ष जारी रखना चाहिए जब तक कि हर किसी को न्याय नहीं मिलता और सभी आरोप नहीं हटते।’
जेएनयू छात्र संघ के अध्यक्ष कन्हैया कुमार, उमर और अनिरबान को विश्वविद्यालय परिसर में पिछले महीने हुए एक आयोजन को लेकर देशद्रोह के मामले में गिरफ्तार किया गया था। आयोजन के दौरान कथित रूप से राष्ट्र विरोधी नारे लगे थे।
डीयू के प्रोफेसर गिलानी यहां के प्रेस क्लब में इसी तरह के एक आयोजन के सिलसिले में हिरासत में हैं। डीयू के निलंबित प्रोफेसर साईबाबा पर नक्सलियों के साथ संबंध रखने का आरोप है और वह नागपुर के केंद्रीय कारागार में बंद हैं।