उष्ट्रासन पेट और आंतों की सभी तकलीफों को दूर करता है
हम आपको योग के बारे में हमेशा कुछ न कुछ बताते ही रहते हैं। बहुत से योग आसनों के बारे में हम आपको बता चुके हैं और हमारी कोशिश यही रहेगी कि हम आपको हर बार नए आसनों और उनके फायदे में बताते रहे। आज आपको एक आसन के बारे जानकारी देते हैं जिसका नाम उष्ट्रासन है। जैसा कि नाम से ही विदित है कि इस आसन का नाम ऊंठ से मिलता है क्योंकि इस आसन में हमारे शरीर की आकृति ऊंठ जैसी बन जाती है। इस आसन को रोज करने से बुढ़ापा जल्दी नहीं आता है और बॉडी में एनर्जी बनी रहती है| इसे करने से शरीर, पेट और नितम्ब पर जमा मोटापा दूर हो जाता है।
यह आसन मधुमेह, कब्ज आदि रोगों से बचाता है और पेट और आँतों की सभी तकलीफों को दूर करता है और उन्हें मजबूत करता है, यह जाँघों, हाथों और टांगों को मजबूत बनाता है। कमर दर्द, साइटिका, स्लिप डिस्क तथा पीठ दर्द को दूर करता है। अब इस आसन को सही ढंग से करने की विधि भी जान लेते हैं। सबसे पहले कोई चटाई बिछा कर जमीन पर बैठ जाएं। इसके बाद दोनों पैरों को सामने की ओर फैलाते हुए, धीरे-धीरे दोनों पैरों को घुटने से मोड़ते हुए, वज्रासन में बैठ जाएं और पीछे की तरफ झुकते हुए दोनों हाथो की हथेलियों से पेरो की एड़ियों को छूने की कोशिश कीजिये।
अब धीरे-धीरे ऊपर की तरफ उठने की कोशिश करें और दोनों हाथो को कमर पर रखकर पीछे की तरफ आराम से झुकें और सिर को पीछे झुकाकर कुछ देर इसी पोजीशन में रहे और इसके बाद फिर से अपनी शुरूआती पोजीशन में आ जाएं। शुरू में इस आसन को करने में थोड़ी दिक्कतें आ सकती हैं लेकिन वो कहते है न कि ‘करत करत अभ्यास, जड़मति होत सुजान’, तो बस आप भी इस आसन का रोज अभ्यास कीजिये और कुछ ही दिनों में आप इसमें माहिर हो जाएंगे