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ऑड-ईवेन फॉर्मूले ने साबित किया कि AAP दिल्ली में शासन कर सकती है : केजरीवाल

99807-377177-arvind-kejriwal-700-1कोलकाता: राष्ट्रीय राजधानी में सम-विषम योजना को सफलतापूर्वक लागू करने के लिए दिल्लीवासियों के योगदान की सरहाना करते हुए दिल्ली के मुख्यमंत्री अरविंद केजरीवाल ने कहा कि इसने यह साबित कर दिया है कि आप ‘शासन’ और लोगों को नेतृत्व दे सकती है। केजरीवाल ने कहा कि अगर उचित नेतृत्व हो तो देश के लोग चमत्कार कर सकते हैं।

मुख्यमंत्री ने कहा ‘‘ जब पहली बार हमने सम विषम का विचार किया था तो कई आलोचकों ने कहा था कि यह योजना पूरी तरह से असंभव है। लेकिन अब आप देख सकते हैं कि यह योजना कैसे सफलतापूर्वक चल रही है। दरअसल, अगर आप उचित नेतृत्व प्रदान कराएं, तो लोग अनुशासित तरीके से काम करेंगे। इसमें कोई शक नहीं है।’’ केजरीवाल ने यहां बंगाल वैश्विक व्यापार सम्मेलन के उद्घाटन सत्र को संबोधित करते हुए कहा, ‘इसके सफलतापूर्वक लागू होने से यह बात भी साबित हुई है कि आप सरकार नेतृत्व प्रदान कर सकती है और उचित तरीके से शासन कर सकती है। यह उन आलोचकों के विपरित है जो कहते थे कि हम सिर्फ प्रदर्शन कर सकते हैं लेकिन शासन नहीं।’’ मुख्यमंत्री ने कहा ‘‘परेशानी व्यवस्था में है। पहले लोग कहते थे कि भारत का आम आदमी अनुशासित नहीं है, और लंदन, सिंगापुर के लोग बहुत अनुशासित हैं। मैं इससे कभी सहमत नहीं हुआ।’

केजरीवाल ने कहा, ‘ मेरे ख्याल से अगर इस देश में उचित नेतृत्व हो और उचित व्यवस्था हो और उसमें लोगों को उचित तरीके से जोडा़ जाए तो भारत के लोग चमत्कार कर सकते हैं।’ अपने संबोधन में, केजरीवाल ने यह भी कहा कि वह इस बात से वाकिफ हैं कि भ्रष्टाचार और भारतीय व्यवस्था की जटिल संरचना की वजह से भारत में कारोबार करना कितना मुश्किल है।

केजरीवाल ने कहा, ‘देश में व्यवस्था की जटिल संरचना और बड़े पैमाने पर भ्रष्टाचार की वजह से भारत में व्यापार करना कितना मुश्किल है यह मैं जानता हूं, जहां पर बिना रिश्वत दिए आपका काम नहीं होता है। आप के पास अलग विभाग हैं, जहां से काम करने के लिए आपको मंजूरी लेने की जरूरत होती है।’ उन्होंने कहा, ‘ मंजूरी लेने और आपका काम करने के लिए हमने दिल्ली में प्रक्रिया को आसान बनाया है, जहां पर आप एक कार्यक्रम करने के लिए विभिन्न पहलुओं की मंजूरी मिनटों में हासिल कर सकते हैं। इससे पहले इसमें दो-तीन महीने लगते थे।’ केजरीवाल ने कहा कि उन्होंने मोहल्ला क्लीनिकों के निर्माण में भी पैसा बचाया है।

उन्होंने कहा, ‘ हमारी सबसे बड़ी प्राथमिका स्वास्थ्य और शिक्षा है। पहले, एक मोहल्ला क्लीनिक बनाने में पांच करोड़ रूपये का खर्च आता था अब मैंने उन क्लीनिकों को 20 लाख रूपये की लागत से बनवाया है।’

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