ऑस्ट्रेलिया के तेज गेंदबाज मिचेल स्टार्क के भाई ने टोक्यो ओलंपिक में दिखाया दम, जगाई मेडल की उम्मीद
ऑस्ट्रेलिया के क्रिकेटर मिचेल स्टार्क जहां क्रिकेट के मैदान पर अपने प्रदर्शन से ख्याति प्राप्त कर चुके हैं, उनके छोटे भाई भी अब उनसे पीछे नहीं हैं। ब्रेंडन स्टार्क ने हाई जम्प में ऑस्ट्रेलियाई उम्मीदें बढ़ा दी हैं। ब्रेंडन स्टार्क ने 2.8 मीटर की जम्प लगाते हुए ओलंपिक फाइनल में अपनी जगह पक्की कर ली है।
2010 के यूथ ओलंपिक खेलों में अपना डेब्यू किया और सिल्वर मेडल जीता। वहां उन्होंने 2.19 मीटर की छलांग लगाई थी, यह उनका व्यक्तिगत बेस्ट था। 2014 के कॉमनवेल्थ गेम्स में ब्रेंडन आठवें नंबर पर रहे। 2016 के रियो ओलंपिक के लिए भी उनका चयन हुआ। उन्होंने क्वालिफाइंग राउंड में अच्छा प्रदर्शन करते हुए फाइनल में जगह बनाई थी लेकिन अंत में वे 15वें नंबर पर रहे। 2017 में चोट के कारण वे वर्ल्ड चैंपियनशिप के लिए क्वालिफाई करने से चूक गए थे।
लेकिन 2018 के कॉमनवेल्थ गेम्स में उन्होंने शानदार वापसी की और 2.32 मीटर की छलांग लगाकर गोल्ड मेडल अपने नाम किया। उसी साल उन्होंने डायमंड लीग का फाइनल भी जीता। 2021 में उन्होंने 2.33 मीटर की छलांग लगाई और अपना चौथा नेशनल हाई जंप खिताब जीता। इसी के साथ ही उन्हें ओलंपिक का टिकट भी मिल गया।
टोक्यो में भी उन्होंने शानदार खेल दिखाया और अब मेडल के लिए अपनी दावेदारी ठोंक दी है। ब्रेंडन का फाइनल मैच रविवार को खेला जाएगा। दुनिया भर की नजरें उनपर रहेंगी।