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कंबाला रेसर श्रीनिवास नहीं देंगे ट्रायल! बोल्ट से तुलना होने पर खेल मंत्री किरण रिजिजू ने भेजा था प्रस्ताव

बेंग्लूरू : कर्नाटक की पारम्परिक कंबाला रेस के जॉकी श्रीनिवास गौड़ा जिनकी तुलना विश्व के तेज धावक उसैन बोल्ट से होने लगी थी, उन्होंने ट्रायल्स में भाग लेने से इनकार कर दिया है। श्रीनिवास गौड़ा ने कहा था कि उन्होंने इस साल कई कंबाला दौड़ों में भाग लिया है और वे थक गए हैं, ऐसे में वे ट्रायल में भाग ले पाएंगे या नहीं, इसमें संशय है। श्रीनिवास ने कहा कि उन्हें अपना खेल ही पसंद है और वे उसी को खेलेंगे। श्रीनिवास के अनुसार दोनों ही खेल अलग हैं। ट्रैक दौड़ में हम जहां अंगूठे के बल पर दौड़ते हैं वहीं कंबाला में हमें एड़ियों का इस्तेमाल करना होता है। यहां तक कि कंबाला में भैंसे की भी अहम भूमिका होती है। कंबाला रेस या भैंसा दौड़ कर्नाटक का पारम्परिक खेल है। यह खेल कीचड़ वाले इलाके में आयोजित की जाती है। कर्नाटक के तटीय इलाकों मंगलूरू और उडुपी में यह खेल काफी प्रचलित है। यहां के कई गांवों में कंबाला का आयोजन किया जाता है, जिसमें दर्जनों उत्साही युवा अपनी सर्वश्रेष्ठ प्रशिक्षित भैंसों के साथ भाग लेते हैं। जानवरों के संरक्षण करने वालों कार्यकर्ताओं ने कुछ साल पहले कंबाला पर प्रतिबंध लगाने की मांग की थी। उनका आरोप था कि जॉकी बल प्रयोग कर तेज दौड़ने के लिए भैंसों को मजबूर करता है। इसके बाद कंबाला पर कुछ वर्ष के लिए प्रतिबंध लगा दिया गया था। हालांकि, तब मुख्यमंत्री सिद्धारमैया के नेतृत्व वाली कर्नाटक में कांग्रेस सरकार ने एक विशेष कानून पारित कर खले को जारी करवाया था।

गौरतलब है कि श्रीनिवास ने पिछले हफ्ते कीचड़ से भरे धान के खेत में दौड़ते हुए 142.5 मीटर की दूरी 13.62 सेकंड में पूरी कर तेजी से सुर्खियां बटोरी थी। इसके बाद गौड़ा की तुलना दुनिया के सबसे तेज धावक उसेन बोल्ट से की जा रही थी। बोल्ट के नाम 100 मीटर रेस में 9.58 सेकेंड का वर्ल्ड रिकॉर्ड है। देखते ही देखते उनका वीडियो भी सोशल मीडिया पर वायरल हो गया था, जिसके बाद खेल मंत्री किरेन रिजिजू ने भारतीय खेल प्राधिकरण (साई) को उनका ट्रायल लेने के लिए कहा था। रिजिजू ने कहा था कि वे किसी भी खिलाड़ी की प्रतिभा को बर्बाद नहीं होने देंगे और उन्हें पूरे मौके देंगे। इसके बाद साई ने उनका रेलवे का टिकट कराकर उन्हें सोमवार को बंगलुरु बुलाया था और उन्हें खुद को तैयार होने के लिए समय देने के लिए भी कहा था।

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