करवा चौथ वाली रात पत्नी के सामने आई पति की ऐसी सच्चाई, की अगले दिन…
अवैध संबंधों के चलते पति पत्नी के बीच कई बार दरार आ जाती है। एेसा ही मामला गुरग्राम में सामने आया। यहां पर एक शादीशुदा व्यक्ति अपनी पत्नी को धोखा दे रहा था और इस बात का खुलासा होने पर महिला ने अपनी सौतन से कहा भी कि वो पीछे हट जाए, मगर पीछे हटने की बजाय व्यक्ति ने अपनी ही पत्नी को रास्ते से हटा दिया। यह घटना करवा चौथ की रात की है। उस रात पती की पूजा करने के बाद महिला की संदिग्ध परिस्थितियों में मौत हो गई।
पुलिस ने दीपिका मौत मामले में दीपिका के पति विक्रम चौहान की कथित प्रेमिका शेफाली को भी गिरफ्तार कर लिया है। आरोपित महिला शेफाली पर आरोप हैं कि विक्रम से उसके अवैध संबंध थे। उसके कहने पर ही विक्रम ने अपनी पत्नी को आठवीं मंजिल स्थित फ्लैट की बालकनी से धक्का दे देकर मौत के घाट उतार दिया था। पुलिस विक्रम को पहले ही गिरफ्तार कर चुकी है। यह भी पता चला है कि शेफाली फिलहाल छह महीने की गर्भवती है।
हालांकि आरोपित ने पूछताछ में पत्नी को धक्का देने की बात से इनकार किया था। यह जरूर स्वीकार किया था कि पत्नी से उसकी बन नहीं रही थी। डीएलएफ फेज-1 की वैली व्यू एस्टेट सोसायटी के टावर नंबर तीन की आठवीं मंजिल स्थित फ्लैट नंबर 804 में साइबर सिटी स्थित इंडसइंड बैंक की असिस्टेंट वाइस प्रेसिडेंट पर कार्यरत रही दीपिका अपने पति एक निजी कंपनी में सहायक निदेशक विक्रम चौहान के साथ रहती थीं। दीपिका को दो बच्चे हैं। बेटी चार साल की है जबकि बेटा चार महीने का है।
करवाचौथ की देर रात दीपिका अपने फ्लैट की बालकनी से रहस्यमय परिस्थितियों में गिर थी। उसे अस्पताल ले जाया गया जहां डॉक्टरों ने मृत घोषित कर दिया था। पुलिस ने दीपिका के पिता हरिकिशन आहूजा की शिकायत पर डीएलएल फेज एक थाने में हत्या का मामला दर्ज कर आरोपित विक्रम चौहान को गिरफ्तार कर रिमांड पर लिया बाद में उसे जेल भेज दिया था।
डीएलएफ फेज-1 की वैली व्यू एस्टेट सोसायटी में शेफाली ने दो फ्लैट खरीदे थे। कुछ समय बाद उसने एक फ्लैट बेचने का मन बनाया तो खरीदार के रूप में उसकी मुलाकात विक्रम से हो गई। पहली मुलाकात में ही शेफाली और विक्रम एक-दूसरे के करीब आ गए।
शेफाली अपने प्रेमी विक्रम से शादी करना चाहती थी और उसने अपने पति को भी राजी कर लिया था, लेकिन दीपिका राजी नहीं थी। विक्रम उसकी हत्या करने की साजिश रचकर नैनीताल ले गया था। इस बारे में विक्रम और शेफाली की ईमेल चेट, व्हाट्सऐप के जरिये बात भी होती थी। मार्च-अप्रैल में नैनीताल जाने के दौरान विक्रम की योजना सफल नहीं हो पाई।