दस्तक टाइम्स एजेंसी/ मोगा/बरेटा। पिता कर्ज नहीं उतार पा रहे थे। इस बात से परेशान इकलौते बेटे ने कीटनाशक पीकर जान दे दी। पुलिस के अनुसार किसान ने जमीन गिरवी रखकर 4 साल पहले सेंट्रल बैंक से तीन लाख कर्ज लिया और आढ़ती से भी डेढ़ लाख रुपए लिए।
वह कर्ज न चुका पाने से परेशान रहता था। उसके बेटे जगदेव सिंह को यह बात परेशान करती थी। किसान आत्मा सिंह ने पुलिस को बयान दिया कि बेटे ने कई बार कर्ज उतारने के संबंध में बातचीत भी की थी लेकिन कोई रास्ता नहीं निकल रहा था। वीरवार शाम उसने कीटनाशक पी लिया। अस्पताल ले जाते समय उसकी मौत हो गई।
इसी तरह बरेटा में कर्ज में डूबा किसान बीमार था। पैसे की कमी के कारण बेटा इलाज नहीं करा पा रहा था। पिता की बिगड़ती हालत देख यादविंदर सिंह (38) इतना परेशान हो गया कि शुक्रवार को उसने ट्रेन के आगे कूदकर जान दे दी। घरवालों ने बताया कि बैंक व प्राइवेट फाइनेंसरों के कर्ज के कारण बेटा परेशान रहता था। इसी कारण उसने यह कदम उठाया।
तीसरा मामला लौंगोवाल का
गांव मंडेर खुर्द में कर्ज में डूबे किसान ने खेत में कीटनाशक पीकर आत्महत्या कर ली। सरपंच बलवीर सिंह ने बताया कि तकदीर सिंह खेत में कीटनाशक पी लिया। काफी देर तक जब वह घर नहीं पहुंचा तो परिवार वाले खेत पहुंचे। तब तक तकदीर की मौत हो चुकी थी। सरपंच के अनुसार, वह कर्ज के कारण परेशान रहता था।
वह कर्ज न चुका पाने से परेशान रहता था। उसके बेटे जगदेव सिंह को यह बात परेशान करती थी। किसान आत्मा सिंह ने पुलिस को बयान दिया कि बेटे ने कई बार कर्ज उतारने के संबंध में बातचीत भी की थी लेकिन कोई रास्ता नहीं निकल रहा था। वीरवार शाम उसने कीटनाशक पी लिया। अस्पताल ले जाते समय उसकी मौत हो गई।