कोलकाता: पूर्व राष्ट्रपति दिवंगत प्रणब मुखर्जी के बेटे अभिजीत मुखर्जी सोमवार को कांग्रेस को बड़ा झटका देते हुए तृणमूल कांग्रेस में शामिल हो गए। कोलकाता के तृणमूल भवन में आयोजित कार्यक्रम अवसर पर उन्होंने पार्टी की सदस्यता ली। इस दौरान लोकसभा में टीएमसी के नेता सुदीप बंद्योपाध्याय और टीएमसी के प्रदेश महासचिव एवं मंत्री पार्थ चटर्जी उपस्थित थे।
टीएमसी में शामिल होने के बाद अभिजीत ने कहा कि ममता बनर्जी ने जिस तरह से भाजपा की हालिया सांप्रदायिक लहर को रोका, मुझे विश्वास है कि भविष्य में वह दूसरों के समर्थन से पूरे देश में ऐसा ही कर पाएंगी। उन्होंने कहा कि बंगाल में भाजपा के खिलाफ लड़ने के लिए मेरे पास अब कोई पद नहीं है और न ही मुझे तुरंत कुछ मिलने वाला है।
बता दें कि नौ जून को अभिजीत मुखर्जी टीएमसी जिलाध्यक्ष और जंगीपुर सांसद समेत कई नेताओं से जंगीपुर स्थित अपने आवास पर मिले थे। इस बैठक में टीएमसी सांसद खलीलुर रहमान, जिलाध्यक्ष अबू ताहिर, विधायक इमानी विश्वास, दो मंत्री अखरुज्जमां और सबीना यास्मीन समेत कई लोग शामिल थे। इसके बाद ही मुखर्जी के टीएमसी में जाने की अटकलें तेज हो गई थी।
हालांकि अभिजीत मुखर्जी ने इसे खारिज कर दिया था और कहा था कि ये लोग मेरे पिता जी के अच्छे मित्र हैं और उनके आवास पर चाय के लिए आए थे। बता दें कि अभिजीत मुखर्जी जंगीपुर से सांसद रह चुके हैं और ममता बनर्जी के साथ उनके काफी अच्छे संबंध बताए जाते हैं।
अभिजीत मुखर्जी ने वर्ष 2012 और 2014 में कांग्रेस के टिकट पर बंगाल के जंगीपुर लोकसभा सीट से चुनाव लड़कर जीत हासिल की थी। साल 2019 में भी उन्हें इसी सीट से कांग्रेस ने टिकट दिया लेकिन उन्हें सफलता नहीं मिली।