नई दिल्ली। कांग्रेस ने शनिवार को प्रधानमंत्री मोदी पर आरोप लगाया कि वह अर्थव्यवस्था के बारे में गलत तथ्य पेश कर देश को गुमराह कर रहे हैं और जीडीपी, एफडीआई, राष्ट्रीय बचत दर व राष्ट्रीय निवेश दर के गलत आंकड़े पेश कर रहे हैं। कांग्रेस ने इसके साथ ही मोदी को चुनौती दी कि वह संप्रग सरकार द्वारा विरासत में छोड़ी गई आर्थिक स्थिति पर एक श्वेतपत्र पेश करें।
कांग्रेस के वरिष्ठ नेता आनंद शर्मा ने कहा, “आज हमारी अर्थव्यवस्था एक चिंताजनक स्थिति में है। राष्ट्रीय बचत दर और राष्ट्रीय निवेश दर जैसे प्रमुख मानक गिर गए हैं।”
शर्मा ने यहां एक संवाददाता सम्मेलन में कहा, “पहली बार निवेश दर बचत दर से नीचे गिरी है।”
मोदी के साक्षात्कार की आलोचना करते हुए शर्मा ने कहा, “लगता है कि प्रश्न और उसके उत्तर प्रधानमंत्री कार्यालय द्वारा तैयार किए गए थे।” मोदी ने साक्षात्कार में कहा था कि जब उन्होंने सत्ता संभाली थी तब उन्हें खस्ताहाल अर्थव्यवस्था विरासत में मिली थी।
मोदी ने सीएनएन न्यूज 18 के साथ एक साक्षात्कार में शुक्रवार को कहा था कि 2014 में भाजपा नेतृत्व वाले राजग के सत्ता संभालने से पहले भारत में भारी निराशा थी। उन दिनों अखबार भ्रष्टाचार की खबरों से पटे रहते थे और वह अपनी सरकार के 2014 के बजट पेश करने से पूर्व देश के आर्थिक हालात पर एक श्वेतपत्र लाना चाहते थे, लेकिन राष्ट्रीय हित में उन्होंने ऐसा नहीं किया, भले ही उन्हें राजनीतिक नुकसान उठाना पड़ा।
इस पर शर्मा ने कहा, “27 महीने सत्ता में रहने के बाद ऐसे बहाने स्वीकार नहीं हैं। पूर्व की सरकार पर टिप्पणी करने के बदले मोदी को अपने सभी चुनावी वादों पर बात करनी चाहिए, जो अभी पूरे नहीं हुए हैं।”
शर्मा ने कहा, “रोजगार नहीं तैयार हुए। और हम सरकार को चुनौती देते हैं कि वह गिरती निवेश दर के बारे में देश को बताने के लिए एक श्वेतपत्र जारी करे, जो गिरकर 26.10 करोड़ डॉलर पर आ गया है। अच्छा होता वह एक संवाददाता सम्मेलन आयोजित करते, तब उनसे कठिन सवाल पूछे गए होते।”
कांग्रेस नेता ने कहा, “एक बार फिर प्रधानमंत्री मोदी ने देश को गुमराह किया है। उन्होंने पूर्व की सरकार पर आरोप लगाए, जिसकी जरूरत नहीं थी।”
शर्मा ने आरोप लगाया कि मोदी सरकार ने जीडीपी के आंकड़े बढ़ाने और एफडीआई की परिभाषा बदलने के लिए नए तरीके अपनाए हैं। शर्मा ने मांग की कि मोदी सरकार संप्रग के 10 वर्षो के दौरान की जीडीपी दरें नए तरीके के तहत जारी करे।
उन्होंने आंकड़े का जिक्र करते हुए कहा कि संप्रग सरकार के दौरान अर्थव्यवस्था बेतर स्थिति में थी, क्योंकि जीडीपी की औसत दर 8.5 प्रतिशत थी और कुल एफडीआई 193 अरब डॉलर था।
मौजूदा और पिछली सरकारों की एफडीआई की तुलना करते हुए शर्मा ने मोदी पर झूठ बोलने का आरोप लगाया और कहा कि संप्रग सरकार के दौरान देश में सर्वाधिक एफडीआई आई थी।
उन्होंने भ्रष्टाचार के आरोपों को लेकर कांग्रेस नेताओं को परेशान करने के लिए केंद्रीय जांच ब्यूरो (सीबीआई) का दुरुपयोग करने का भी मोदी पर आरोप लगाया।