नई दिल्ली: प्रधानमंत्री नरेन्द्र मोदी मंगलवार को गुजरात के लोथल में 35 करोड़ रुपये की लागत से विकसित किए जा रहे राष्ट्रीय समुद्री धरोहर परिसर के स्थल कार्य प्रगति की समीक्षा करेंगे। प्रधानमंत्री कार्यालय ने सोमवार को एक बयान में कहा कि मोदी इस कार्यक्रम में सायं लगभग पांच बजे वीडियो कॉन्फ्रेंसिंग के माध्यम से शामिल होंगे और एक संबोधन करेंगे। गौरतलब है कि लोथल दरअसल हड़प्पा सभ्यता के प्रमुख शहरों में से एक था और वहां पुरातात्विक उत्खनन में सबसे पुराने मानव निर्मित गोदी की खोज हुई है। लोथल में एक समुद्री धरोहर परिसर को विकसित किया जाना दरअसल इस शहर की ऐतिहासिक विरासत और धरोहर के लिए उपयुक्त है।
सरकार का कहना है कि लोथल को एक विश्वस्तरीय अंतरराष्ट्रीय पर्यटन स्थल के रूप में उभरने में मदद करने के लिए भी विकसित किया जा रहा है जो कि अपनी तरह की एक परियोजना है। इस परियोजना के माध्यम से पर्यटन क्षमता को बढ़ावा देने से इस क्षेत्र में आर्थिक विकास को भी बढ़ावा मिलेगा।
इस परिसर पर मार्च 2022 में काम शुरू हुआ था। उसके लगभग 3500 करोड़ रुपये की लागत से विकसित किया जा रहा है। इसमें कई नवीन और अनूठी विशेषताएं होंगी। इसमें हड़प्पा वास्तुकला और जीवन शैली को फिर से जीवंत करने के लिए लोथल मिनी रिक्रिएशन; चार थीम पार्क – मेमोरियल , समुद्री और नौसेना , जलवायु और साहसिक और मनोरंजन थीम पार्क; दुनिया का सबसे ऊंचा लाइटहाउस संग्रहालय; हड़प्पा काल से लेकर अब तक भारत की समुद्री धरोहर पर प्रकाश डालने वाली चौदह दीर्घाएं; तटीय राज्यों का मंडप का विकास शामिल है जो राज्यों और केंद्र शासित प्रदेशों की विविध समुद्री धरोहर को प्रदर्शित करेगा।