कार्रवाई के बाद चल रहा शराब का धंधा
सीतामढ़ी। जिले में शराब के अवैध कारोबार के खिलाफ चलाए जा रहे अभियान को धंधेबाज बेअसर करते दिख रहे हैं। पुलिस, एसएसबी एवं उत्पाद विभाग की लाख चौकसी के बाद भी धंधेबाज शराब की होम डिलेवरी करने से बाज नहीं आ रहे हैं। यही कारण है कि लाख कोशिश के बाद भी पियक्कड़ जाम से जाम टकराना नहीं भूल रहे हैं। रोक के बावजूद जाम छलक रहे हैं। पुलिसिया कार्रवाई में लोग पकड़े भी जा रहे हैं। फिर भी शराब तस्करी और पीने पिलाने का खेल जारी है।
जिला प्रशासन के आंकड़ों के अनुसार शराबबंदी के 20 माह में जिले के कुल 4 हजार 179 लोग गिरफ्तार किए गए हैं। इनमें से कोर्ट ने एक को सजा भी सुनाई। बीते नवंबर माह तक कोर्ट में शराबबंदी के 3 हजार 822 मामले चल रहे हैं। वहीं पुलिस प्रशासन एवं जिला प्रशासन द्वारा तकरीबन 40 करोड़ की शराब पकड़ी गई है। अब तक 11 करोड़ से अधिक का शराब नष्ट कर दिया गया है। इतना ही नहीं 176 छोटे वाहन जब्त किए गए जिसमें 34 वाहन की नीलामी कर दी गई है। 34 मकान एवं दुकान को सील कर दिया गया है।
उत्पाद विभाग का आंकड़ा
1 अप्रैल 2017 से 29 दिसंबर 2017 तक विभाग द्वारा 1851 जगहों पर छापेमारी की गई जिसमें 746 प्राथमिकी दर्ज हुई है। वहीं 820 लोगों की गिरफ्तारी हुई। छापेमारी में 129 लीटर चुलाई शराब, 16,102 लीटर देशी शराब, महुआ 460 किलो, विदेशी 2328, बियर 15, ताड़ी 674 लीटर जब्त कर नष्ट किया गया है। वहीं पुलिस द्वारा 2635 प्राथमिकी दर्ज की गई है। जिले में कुल 2995 कारोबारी एवं पियक्कड़ गिरफ्तार किए गए।
दर्जन भर पुलिस पदाधिकारी पर गिर चुकी है गाज
शराब कारोबार पर नकेल कसने में लापरवाही को लेकर रुन्नीसैदपुर इंस्पेक्टर मनोज कुमार, रीगा थाना के दरोगा नीरज यादव, रुन्नीसैदपुर के दरोगा, नगर थाना में पदस्थापित अमघटा के चौकीदार सहित कई पुलिस पदाधिकारी पर एसपी ने कार्रवाई भी की है।
शराब के अवैध धंधे में महिला एवं नाबालिग की संलिप्तता
सूबे में एक अप्रैल 2016 को शराबबंदी कानून लागू किया गया। 4 अप्रैल को पूर्ण शराबबंदी कानून लागू किया गया। तब जिला पुलिस, उत्पाद विभाग एवं एसएसबी ने शराब कारोबारी के खिलाफ अपना बिगुल फूंका। मगर शराब का अवैध कारोबार रुकने का नाम नहीं ले रहा है। नेपाल की खुली सीमा के दुर्गम रास्ते सीतामढ़ी-नेपाल के बीच बह रही बागमती नदी से नाव के सहारे तस्करी चल रही है। शराब के इस अवैध कारोबार में जहां कतिपय जनप्रतिनिधि के शामिल होने की सूचना है वहीं महिला एवं नाबालिग की भी संलिप्तता सामने आई है।
तिगुने दाम पर होती है डिलेवरी
हाल के दिनों में सीतामढ़ी शहर में सामने आए मामलों में दो वार्ड पार्षद की भूमिका सामने आई है। दोनों ही पार्षद पुलिस गिरफ्त से बाहर हैं। रुन्नीसैदपुर के तत्कालीन मुखिया शराब कारोबार में जेल की हवा खा चुके हैं। इसके अलावा पंच, सरपंच, वार्ड सदस्य भी इस धंधे में जेल की हवा खा चुके हैं। शराब कारोबारी 100 रुपये की शराब तीन सौ तक होम डिलेवरी कर अपनी जेब गरम करने में लगे हैं।
नेपाल के साथ ही अन्य प्रदेशों से आती है शराब
नेपाल से लेकर हरियाणा एवं झारखंड से शराब की आवक हो रही है। अभी तक के कार्रवाई में जो सामने आया है उसमें अधिक मात्रा में कारोबारी नेपाल से शराब लाते पकड़े गए हैं। वहीं अंग्रेजी शराब हरियाणा एवं झारखंड से अधिक लाया जाता है। विभाग की मानें तो नेपाल की खुली बार्डर के कारण नदी के रास्ते कारोबारी शराब सीतामढ़ी में प्रवेश करा रहे हैं। वहीं सीमावर्ती जिला के कारोबारी द्वारा छोटे गाड़ी से दूसरे प्रदेशों का शराब लाया जाता है। हालांकि पुलिस एवं उत्पाद विभाग हर रोज कारोबारी पर नकेल कसने के लिए एक भी कसर नहीं छोड़ रही है। हर रोज जिले में छापेमारी से लेकर गिरफ्तारी तक जारी है।