किसान ने कर्ज से परेशान होकर लिया अपनी किडनी बेचने का फैसला, दिया विज्ञापन
बैंक और साहूकारों के कर्ज से परेशान किसान अब अपने अंग बेचने को मजबूर हो रहे हैं। आगरा जिले में ऐसा ही एक मामला सामने आया है। यहां एक किसान ने अपनी किडनी बेचने फैसला लिया है। हालांकि यह गैरकानूनी और गलत है। शनिवार को यह मामला सामने आया तो प्रशासन में हड़कंप मच गया। फतेहाबाद तहसील के घाघपुरा गांव के किसान गीतम सिंह का सोशल मीडिया पर संदेश वायरल हुआ है, जिसमें उन्होंने गैरकानूनी पेशकश की है। बकौल गीतम लगातार तीन साल से खेती में हो रहे घाटे से वह बैंक और साहूकारों के कर्ज में डूब गए हैं। इससे निजात के लिए वो अपनी किडनी बेचना चाहते हैं।
गीतम के पास करीब दो बीघा जमीन है। वो खुद पर 20 लाख रुपये से अधिक का कर्ज बताते हैं। उनके मुताबिक इसे चुकाने के लिए पड़ रहे दबाव से विवश होकर उन्होंने किडनी बेचने का निर्णय लिया। इसकी जानकारी पाकर एसडीएम ने गीतम को बुलाकर वैधानिक स्थितियां समझाईं।
वीडियो जारी किया
किसान गीतम ने तहसीलदार कृष्ण मुरारी दीक्षित को दिए बयान में भी इरादे पर अड़े रहने की बात कही। किसान नेता श्याम सिंह चाहर ने सरकार और जनप्रतिनिधियों से किसान की मदद की अपील की है।
इस संबंध में फतेहाबाद के उपजिलाधिकारी अब्दुल वासित ने बताया कि किसान की बात सुनने के बाद उसे अच्छी तरह समझा दिया है। आगे जो भी आवश्यक और उचित होगा, वैसी कार्रवाई की जाएगी।