ज्ञान भंडार
कूलर गोदाम खाक, 12 दमकल वाहनों ने पाया आग पर काबू


गोदाम के मालिक मुकेश महंत परिवार के साथ बाहरगांव शादी के कार्यक्रम में गए हैं, जिससे आग में कितने का नुकसान हुआ है, यह बता पाना मुश्किल है। गोदाम के आस-पास रहने वाले नागरिकों ने धुआं और आग की लपटें देखकर दमकल विभाग काे सूचना दी। उसके बाद दमकल विभाग ने सिविल लाइंस, सक्करदरा, कलमना, लकड़गंज से दमकल वाहनों को घटनास्थल पर भेजा।
दमकल विभाग के अनुसार, न्यू डायमंड नगर खरबी में मुकेश महंत का सतनाम नाम से कूलर कारखाना का गाेदाम है। इस गोदाम में रविवार को दोपहर करीब 1.30 से 2 बजे के दरमियान आग लग गई। आस-पास रहने वालों ने दमकल विभाग काे सूचना दी। दमकलकर्मी वहां पहुंचे तो गोदाम बंद होने के कारण उन्हें सूझ नहीं रहा था कि अंदर पानी की बौछार कैसे करें। खिड़की का कांच तोड़कर आग पर काबू पाने की कोशिश की गई। करीब 7 घंटे की कड़ी मशक्कत के बाद आग पर काबू पाया गया। गोदाम में कुछ नए कूलर भी बनाकर रखे गए थे। वह भी जलकर नष्ट हो गए। आग लगने का कारण पता नहीं चल पाया है।
वुडनवुल ने मचाई तबाही
सक्करदरा सब फायर स्टेशन के अधिकारी ए.ए. बरडे ने बताया कि गोदाम के भीतर वुडनवुल बड़ी मात्रा में रखा था। इसमें आग लगने के कारण पूरा गोदाम आग की चपेट में गिर गया। वुडनवुल में पानी की बौछारें मारने पर कुछ समय के लिए आग शांत हो जाती थी, जैसे ही वह सूख जाता था, फिर से आग की लपटें दिखाई देने लगती थीं। किसी तरह से कारखाना का बंद दरवाजा खोला गया, तब जाकर आग पर काबू पाया गया। गोदाम जिस जगह पर बनाया गया है, वहां भारी संख्या में मकान बने हैं। आग लगने की सूचना समय पर नहीं मिल पाती तो तब बस्ती में बड़ी तबाही मच सकती थी।
गोदाम तक दमकल वाहन को पहुंचने में काफी परेशानी का सामना करना पड़ा। कारखाना बस्ती के अंदर होने के कारण दमकल वाहनों को वहां तक पहुंचने के लिए कई गलियों से गुजरना पड़ा। बता दें कि दमकल विभाग के पास छोटे वाहन भी हैं, जो गलियारों में आसानी से घुस सके। यह वाहन दमकल विभाग के सिविल लाइंस स्थित मुख्यालय में है। शहर के फायर सब स्टेशनों के पास बड़े वाहन ही हैं, इससे गलियों के अंदर जाने में वाहन चालकों को परेशानी होती है।