केजरीवाल सरकार का विवादों से रहा है पुराना नाता, जानिए कब-कब मचा बवाल
एजेंसी/ नई दिल्ली। दिल्ली के मुख्यमंत्री अरविंद केजरीवाल का विवादों से नाता रहा है। सवा साल के कार्यकाल में उन्हें दर्जनों विवादों का सामना करना पड़ा है। ताजा विवाद एक महिला से छेड़छाड़ व शील भंग के मामले में आप विधायक दिनेश मोहनिया की गिरफ्तारी का है।
इससे पहले सोमनाथ भारती, जितेंद्र तोमर और आसिम के विवादों के कारण भी वे चर्चा में रहे। प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी व दिल्ली के उप राज्यपाल नजीब जंग के साथ ही उनकी लगातार तनातनी रही है, जिसके कारण भी वे चर्चाओं में हैं। लगातार ट्विटर के जरिए वे इन विवादों को लेकर बयानबाजी भी कर रहे हैं।
योगेन्द्र यादव और प्रशांत भूषण को पार्टी से निकाला
सरकार बनने के बाद पहला विवाद योगेंद्र यादव व प्रशांत भूषण की पार्टी से छुट्टी का रहा। पार्टी की अंदरूनी बातों के बाहर आने के कारण दोनों को पार्टी से निकाला गया। दोनों ने पार्टी पर नीतियों से भटकने के आरोप लगाए थे।
कानून मंत्री की कुर्सी गई
दिल्ली सरकार के कानून मंत्री जीतेंद्र तोमर की फर्जी डिग्री का विवाद भी खूब छाया और उन्हें जेल की हवा खानी पड़ी। उनकी कानून की डिग्री के साथ-साथ बीएससी की डिग्री भी नकली निकली।
भ्रष्टाचार के आरोप में मंत्री की छुट्टी
आप सरकार के मंत्री आसिम पर बिल्डर से रिश्वत मांगने का आरोप लगा। मामला सामने आने से पहले ही गड़बड़ी का खुलासा कर आसिम को मंत्री पद से हटा दिया। कोंडली से विधायक मनोज कुमार को जमीन खरीद में हेराफेरी के आरोप में गिरफ्तार किया गया।
मोदी व नजीब जंग से खींचतान
सरकार बनने के बाद से ही केजरीवाल का मोदी सरकार के साथ विवाद चल रहा है। मुख्यमंत्री अरविंद केजरीवाल के प्रधान सचिव राजेंद्र कुमार के दफ्तर पर सीबीआई के छापे, आप सरकार के 14 बिलों को लौटाना सहित कई मुद्दों को लेकर दोनों के बीच जमकर खींचतान चल रही है। एसीबी के मुखिया के नाम पर भी एलजी नजीब जंग और केजरीवाल में ठन गई।
जनलोकपाल पर असहमति
जनलोकपाल की मांग पर अरविंद केजरीवाल ने 49 दिनों में सत्ता छोड़ दी थी, लेकिन दूसरी बार जब अरविंद सत्ता में आए तो जनलोकपाल बिल पर सरकार की खामोशी बवाल का कारण बनती रही। बाद में जनलोकपाल बिल पास जरूर हुआ लेकिन केजरीवाल के पुराने साथी और विरोधी एक साथ सरकार पर बिफर पड़े। योगेन्द्र यादव और प्रशांत भूषण ने बिल को जनता के साथ धोखा बताया।
उड़ता पंजाब का आप कनेक्शन
सेंसर बोर्ड क अध्यक्ष पहलाज निहलानी ने उड़ता पंजाब में आप का पैसा लगा होने की बात कही थी। निहालानी ने कहा कि मैंने सुना है उड़ता पंजाब में आप पार्टी ने पैसा लगाया है। इस पर केजरीवाल ने कहा था कि निहालानी के बयान से साफ हो गया कि वे भाजपा के कहने पर फिल्म पर रोक लगा रहे हैं।