केरल में आई बाढ़ ने राज्य के जनजीवन को अस्त-व्यस्त कर दिया है। पूरा देश जहां एक तरफ दक्षिण के इस राज्य की मदद करने में जुटा हुआ है। वहीं पड़ोसी राज्य कर्नाटक से भाजपा विधायक बासनगौड़ा पाटिल यतनाल ने एक बेतुका बयान दिया है। उनका कहना है कि केरल को हिंदू भावनाओं को ठेस पहुंचाने की वजह से यह सब झेलना पड़ रहा है।
केरल में आई भीषण बाढ़ की वजह से 300 लोगों की मौत हो गई है और लाखों लोगों को अपने घर से बेघर होना पड़ा है। बेघर लोग राहत शिविरों में रहने को मजबूर हैं। लगभग एक दशक बाद भारी बारिश की वजह से राज्य में ऐसी बाढ़ आई थी। यतनाल जो अटल बिहारी वाजपेयी की सरकार के दौरान केंद्रीय मंत्री का पद संभाल चुके हैं, उन्होंने इस घटना को गोहत्या से जोड़ दिया है।
यतनाल ने कहा, ‘गोहत्या हिंदू धर्म की भावनाओं के विपरीत है। किसी को दूसरे धर्म की भावनाओं को ठेस नहीं पहुंचानी चाहिए। देखिए केरल में जो हुआ, उन्होंने खुलेआम गायों को कत्ल किया था और एक साल से कम समय में ही वह इस स्थिति में पहुंच गए हैं। जो भी हिंदू समुदाय की भावनाओं को ठेस पहुंचाएगा उन्हें इसी तरह से दंड मिलेगा।’
यतनाल केरल के विधायकों द्वारा एक साल पहले विधानसभा की कैंटीन में आयोजित किए गए बीफ फेस्टिवल की तरफ इशारा कर रहे थे। उन्होंने केंद्र सरकार द्वारा पशु हत्या और व्यापार पर प्रतिबंध लगाने के आदेश के विरोध में यह फेस्टिवल आयोजित किया था। ऐसा पहली बार नहीं है जब यतनाल के किसी बयान को लेकर विवाद हुआ हो इससे पहले उन्होंने बुद्धिजीवियों को खतरनाक बताते हुए गोली मारने का बयान दिया था।
कारगिल दिवस पर उन्होंने कहा था, ‘यह लोग (बुद्धिजीवी) इस देश में रहते हैं और यहां कि सुविधाओं का इस्तेमाल करते हैं जिसके लिए हम लोग टैक्स देते हैं। इसके बाद वे भारतीय सेना के खिलाफ नारे लगाते हैं। हमारे देश को इन बुद्धिजीवियों और धर्म निरपेक्ष लोगों से किसी और के बजाए सबसे ज्यादा खतरा है।’ जून में कर्नाटक चुनाव के दौरान उन्होंने कहा था कि भाजपा मुस्लिमों के विकास के लिए काम नहीं करेगी क्योंकि वह पार्टी के लिए वोट नहीं करते हैं।