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कैसी हालत हो गई जेल में रहते-रहते आसाराम की, कुछ ऐसे हुई कोर्ट में पेशी

एजेंसी/ asaramयौन दुराचार के आरोप में फंसे आसाराम जो कभी ठुमके लगाते थे वो आज व्हील चेयर पर आ गए हैं. जेल में बंद आसाराम महज पौने तीन साल में एकदम टूट गए हैं.

अब तो उनकी ऐसी हालत हो गई है कि उन्हें कोर्ट में पेशी पर आने के लिए भी व्हील चेयर का सहारा लेना पड़ रहा है. यौन दुराचार के आरोप ने आसाराम को ऐसा तोड़ा की ठुमके तो बंद हो गए और आसाराम घुटनों पर आ गए

11 मार्च के बाद सोमवार को ही आसाराम को सुनवाई के दौरान जिला अदालत में पेश किया गया है. पिछले कुछ दिनों से आसाराम अपने आप को बीमार बता रहे हैं, जिसके चलते कोर्ट में भी पेश नहीं हुए.

इसके बाद उन्हें सोमवार को आखिर कार कोर्ट आना ही पड़ा. ऐसे में जेल पुलिस के पास भी कोई चारा नहीं था, तो आसाराम को व्हील चेयर से कोर्ट में पेश करना पड़ा.

जब आसाराम पुलिस की गाड़ी से बाहर निकल रहे थे तो बिल्कुल निराशा और बुझे-बुझे से नजर आए. मीडिया द्वारा सवाल भी किए गए, लेकिन वे मौन धारण किए रहे और एक शब्द तक नहीं बोला.

जिला एवं सेशन न्यायालय जोधपुर ग्रामीण में सुनवाई हुई. न्यायाधीश भगवान दास अग्रवाल ने आसाराम की ओर से पेश किए गए प्रार्थना पत्र पर बहस सुनी, लेकिन समयाभाव के चलते बहस अधूरी रही. आसाराम की ओर से अधिवक्ता सज्जनराज सुराणा ने बहस करते हुए कहा कि जो दस्तावेज हैं वो एसपी कार्यालय में रखे है. उन्हे कोर्ट के समक्ष लाकर परीक्षण किया जाए. समयाभाव के चलते आगे की बहस अब छह मई को होगी.

वहीं दूसरी ओर से राजस्थान हाईकोर्ट में आसाराम की ओर से कॉल डिटेल को सुरक्षित रखने को लेकर दायर याचिका पर सुनवाई हुई. जस्टिस विजय विश्नोई की अदालत में याचिका पर सुनवाई.

जस्टिस विश्नोई ने सरकार की ओर से पेश हुए अतिरिक्त महाधिवक्ता राजेश पंवार को जवाब पेश करने के लिए कहा है कि कितने दिन तक कॉल डिटेल सुरक्षित रखी जा सकती है और इस मामले में किस-किस की कॉल डिटेल सुरक्षित है. दस मई को इस जवाब पेश किया जाना है. वहीं आसाराम की ओर से आठ गवाहों को पुन:परीक्षण के लिए बुलाने वाली याचिका पर सुनवाई नहीं हो पाई अब दोनों की याचिकाओं पर एक साथ दस मई को सुनवाई होगी.

गौरतलब है कि आसाराम गुरुकुल में पढ़ने वाली एक नाबालिग छात्रा ने आरोप लगाया था कि 15 अगस्त, 2013 को उन्होंने जोधपुर के एक फार्म हाउस में उसका यौन उत्पीड़न किया था. 20 अगस्त, 2013 को पीड़िता ने दिल्ली के कमला नगर पुलिस थाने में आसाराम के खिलाफ केस दर्ज कराया था.

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