उत्तर प्रदेश के मऊ शहर में हुए सेक्स रैकेट भंडाफोड़ के बाद पुलिस की गिरफ्त में आईं युवतियों में से तीन छात्राएं हैं। ये अपने घरों से कॉलेज जाने की बात कहकर निकली थीं लेकिन कॉलेज की बजाए वे अपने ब्वॉयफ्रेंड के संग गेस्टहाउस में पहुंच गई। पुलिस ने जब छापेमारी की तो वहां विभिन्न कमरों में युवतियां आपत्तिजनक हालत में मिलीं।
इन युवतियों में एक पुलिसकर्मी की बेटी भी बताई जाती है जबकि एक मुहर्रिर की बेटी भी निकली।छापेमारी के दौरान पुलिस ने सभी को पकड़ा तो दहाड़े मार-मारकर रोने लगीं। कईयों के मुंह से निकला कि उसके पापा जान जाएंगे तो उसे मार ही डालेंगे। बता दें कि मऊ शहर के गाजीपुर तिराहा स्थित एक लॉज में गुरुवार दोपहर छापेमारी कर पुलिस ने छह युवक व युवतियों को गिरफ्तार किया था। देह व्यापार निवारण एक्ट में चालान कर मजिस्ट्रेट के सामने पेश किया गया और जेल भेज दिया गया।
जेल गईं युवतियों में एक पुलिसकर्मी की बेटी भी बताई जाती है जबकि एक मुहर्रिर की बेटी भी निकली जो परिवार की गाड़ी खींचने के लिए दिन भर टाइपराइटर पर हाथ चलाता है। युवकों में अधिकांश लफंगे किस्म के हैं। पकड़ी गई युवतियों में एक बीटीसी की छात्रा है। छापेमारी की सूचना मिलते ही कई युवतियों के परिजन भागे-भागे महिला थाने पहुंचे थे। अपनी इज्जत की दुहाई देते हुए कई पुलिस के सामने गिडगिड़ाए मगर उनकी एक नहीं सुनी गई।
गुरुवार को लॉज से पकड़े गए युवक-युवतियों का चालान तो हो गया। मगर इस गोरखधंधे का मास्टरमाइंड लॉज संचालक अभी भी पुलिस की गिरफ्त से बाहर है। वहीं इस छापेमारी से मऊ शहर में चर्चाओं का बाजार गर्म है। सूत्रों की माने तो अभी शहर में कई स्थानों पर पुलिस को ऐसी जानकारी मिल रही है और पुलिस पूरे सबूत के साथ वहां छापेमारी की योजना बना रही है। पुलिस शहर के कई ऐसे होटलों पर कड़ी निगरानी बनाए हुए है। जहां बिना किसी आईडी के लड़के और लड़कियों को कमरा दिया जाता है। पुलिस ने सादे कपड़ों में ऐसे होटलों पर कार्रवाई के लिए पुलिसकर्मी तैनात किए हैं।
मऊ शहर में कई होटल और गेस्ट हाउस हैं। कुछ होटलों में युवक और युवतियों को इससे पहले भी पकड़ा जा चुका है। कुछ दिन पहले एक होटल में छापेमारी के दौरान तीन युवक और तीन युवतियां पकड़ी गई थीं। लेकिन उस समय पुलिस ने युवतियों के अभिभावकों को बुलाकर उन्हें परिजनों को सुपुर्द कर दिया था।
पुलिस ने उन्हें हिदायत भी दी थी कि उनके व्यवहार पर नजर रखें। जबकि युवकों का चालान धारा 151 के तहत कर दिया। अगले दिन उपजिलाधिकारी न्यायालय से जमानत कराकर वे घर चले गए। इधर गुरुवार की देर शाम तक पकड़े गए युवकों के अभिभावक भी कोतवाली पहुंचकर उन्हें छुड़ाने की कोशिश करते नजर आए। कइयों ने उन्हें छुड़ाने के लिए राजनीतिक दबाव भी बनाया लेकिन पुलिस की सख्ती के आगे उनकी नहीं चली।
इधर रिहायशी इलाके में चल रहे इस रैकेट की भनक लगते ही मोहल्लेवासी सकते में आ गए। सभी लोगों ने पुलिस की इस कार्रवाई की सराहना की। पुलिस ने सेक्स रैकेट चलाने वाले लॉज संचलक सोनू चौरसिया की गिरफ्तारी के लिए छापेमारी तेज कर दी है।