सिर्फ दूरसंचार कंपनियाँ कॉल ड्रॉप के लिए जिम्मेदार नहीं: एसोचैम
नई दिल्लीः कॉल ड्रॉप से परेशान उपभोक्ताओं को राहत पहुंचाने के लिए सरकार और दूरसंचार नियामक द्वारा किये जा रहे प्रयासो के बीच उद्योग संगठन एसोचैम ने दूरसंचार कंपनियां का बचाव करते हुए आज कहा कि इसके लिए सिर्फ टैलीकाम आपरेटर जिम्मेदार नहीं हैं। एसोचैम ने कॉल ड्रॉप की समस्या पर चिंता जाहिर करते हुए कहा कि इसके लिए कई कारक जिम्मेदार है। सेलुलर नैटवर्क स्थापित हो जाने के बाद कॉल ड्रॉप के लिए अपर्याप्त स्पेक्ट्रम या टावर से संतोषजनक सिग्नल नहीं मिलना जिम्मेदार होता है। दुर्भाग्य से देश में हमें दोनों तरह की समस्याओं का सामना करना पड़ रहा है। संगठन ने कहा कि दिल्ली और मुंबई जैसे महानगरों में यह समस्या और जटिल है। विद्युतीय एवं चुंबकीय क्षेत्रों के दुष्प्रभाव को लेकर अतार्किक चिंताओं के कारण दूरसंचार कंपनियों को सही जगहों पर टावर लगाने से रोका जा रहा है। यह समस्या नगर निगमों और स्थानीय प्रशासनों के कारण और गंभीर हो जाती है क्योंकि वे टावर लगाने के लिए आवश्यक अनुमतियां देने में सहयोग नहीं करते। भारतीय दूरसंचार नियामक प्राधिकरण द्वारा जारी आंकड़े के अनुसार कथित विकिरण एवं नगर निगमों से जुड़े मामले के कारण पिछले छह महीने में दिल्ली में कम से कम 523 जगहों और मुंबई में 801 जगहों पर टावर हटाए गए हैं। मुंबई में हर सप्ताह करीब 25 टावरों को बंद किया जा रहा है। एसोचैम ने इसका हवाला देते हुए कहा कि एक टावर के बंद होने से न केवल इससे जुड़े उपभोक्ताओं को परेशानी होती है बल्कि यह आस-पास के कम से कम पाँच-छह टावरों को भी प्रभावित करता है।