कोच के खिलाफ यौन शोषण मामले में खेल मंत्रालय बेहद सख्त
गुवाहाटी स्थित वशिष्ठ थाने की डीएसपी नंदिनी कलिता ने बताया कि पुलिस को शिकायतकर्ता किशोरी की मेडिकल रिपोर्ट का इंतजार है। उसके बाद इस मामले में चार्जशीट दायर कर दी जाएगी। पुलिस सूत्रों ने बताया कि बीते 22 जून को पीड़िता की शिकायत के आधार पर निपोन को गिरफ्तार कर लिया गया था।
हालांकि, भारतीय दंड संहिता की गैर जमानती धारा 376 के तहत प्राथमिकी दर्ज होने के बावजूद उनको उसी दिन जमानत पर रिहा कर दिया गया। इस बीच, निपोन ने इस मामले को निराधार और खुद को फंसाने की साजिश करार दिया है। उन्होंने कहा कि शिकायतकर्ता किशोरी हिमा दास और उसके जरिए मुझे मिली ख्याति से जलती थी। इसके अलावा गुवाहाटी में आयोजित एक एथेलेटिक्स चैंपियनशिप में राज्य की टीम में चयन नहीं होने की वजह से भी वह नाराज थी।
निपोन ने खुद को बेकसूर बताते हुए कहा कि उनको न्याय प्रणाली पर भरोसा है। जांच के बाद सबकुछ साफ हो जाएगा। पुलिस के अलावा असम महिला आयोग और खेल मंत्रालय भी इस मामले की अलग से जांच कर रहे हैं।
रोहतक से लौटते वक्त ट्रेन में किया यौन शोषण : पीड़िता
पीड़िता ने अपनी शिकायत में आरोप लगाया है कि निपोन ने बीती 18 मई को एक ट्रेनिंग सत्र के बाद शौचालय में उसका यौन शोषण किया था। उससे पहले बीते साल रोहतक से लौटते वक्त ट्रेन में भी कोच ने उसका यौन शोषण किया था।