कोरोना की तीसरी लहर करीब, धार्मिक यात्रा और पर्यटन को रोका जाए, IMA ने सरकार को चेताया
नई दिल्ली: भारत में कोरोना वायरस की दूसरी लहर कमजोर पड़ गई है। लेकिन तीसरी लहर का खतरा मंडराने लगा है। क्योंकि इंडियन मेडिकल एसोसिएशन (आईएमए) ने सरकार को चेताया है कि कोरोना वायरस की तीसरी लहर करीब है। मीडिया रिपोर्ट के अनुसार, पर्यटन स्थलों को खोले जाने पर आईएमए ने चिंता व्यक्त की है। आईएमए ने कहा है कि देश में भले ही नए केस में गिरावट देखी जा रही है, लेकिन विशेषज्ञों ने चेतावनी दी है कि यदि लापरवाही की गई तो कोविड-19 फिर से अपना कहर बरपा सकता है।
जानकारी के अनुसार इंडियन मेडिकल एसोसिएशन ने केंद्र कि मोदी सरकार और राज्य सरकारों से 90 दिनों के लिए कोविड-19 गाइडलाइंस को सख्ती से लागू करने का अनुरोध किया है। केंद्र सरकार और राज्य सरकारों को भेजे गए पत्र में आईएमए ने कहा है कि पर्यटक, तीर्थ यात्रा, धार्मिक उत्साह सभी की जरूरत है, लेकिन कुछ और महीनों तक इंतजार कर सकते हैं।
इंडियन मेडिकल एसोसिएशन के अध्यक्ष डॉ जेए जयलाल और महासचिव डॉ जयेश लेले ने अपने पत्र में कहा है कि भारत केवल कोरोना वायरस की दूसरी लहर से बाहर निकल रहा है लेकिन कोविड-19 अभी खत्म नहीं हुआ है। उपलब्ध वैश्विक सबूत और किसी भी महामारी के इतिहास में साफ है कि तीसरी लहर आएगी और जल्द आने वाली है। इंडियन मेडिकल एसोसिएशन की तरफ से यह भी कहा गया है कि कोविड-19 टीकाकरण की रफ्तार को तेज कर के और कोरोना वायरस गाइडलाइंस का पालन करा कर तीसरी लहर के प्रभाव को कम किया जा सकता है।
पत्र में यह भी लिखा गया है कि बहुत दुख की बात है जब कोविड-19 की तीसरी लहर की संभावना बनी है, तभी सरकार और जनता दोनों बेफ्रिक है।जगह-जगह भीड़ लगाई जा रही है।आईएमए ने यह भी कहा कि पर्यटन या धार्मिक तीर्थयात्रा को खोलना और बिना टीका लगवाए लोगों को इन समारोहों में जाने की इजाजत देना कोरोना संक्रमण की तीसरी लहर के लिए संभावित सुपर स्प्रेडर है।