पाकिस्तान की नाव को पोरबंदर में उड़ाने का आदेश देने के विवाद में कोस्ट गॉर्ड के डीआईजी बीके लोशाली को बर्खास्त कर दिया गया। सोमवार को लोशली की कोर्ट मार्शल प्रक्रिया पूरी हुई। उनकी बर्खास्तगी पाकिस्तानी नाव को मार गिराने के दावे के कारण हुई। बता दें कि डीआईजी लोशाली ने कहा था कि उनके आदेश पर ही संदिग्ध पाकिस्तानी नाव को उड़ाया गया था।
क्या था मामला?
31 दिसंबर 2014 को अरब सागर में पाकिस्तान से भारतीय जलक्षेत्र में संदिग्ध इरादों के साथ नौका के आगे बढ़ने के बाद उसमें (बोट में) विस्फोट हो गया था। इसे लेकर डीआईजी बीके लोशाली ने यह दावा किया था कि उन्होंने 31 दिसंबर, 2014 की रात पाकिस्तानी नाव में विस्फोट के आदेश दिए थे। उनका यह बयान घटना के बाद आए सरकार के बयान से बिल्कुल अलग था। हालांकि बाद में उन्होंने अपने बयान से इंकार कर दिया था।
सरकार का बयान
घटना पर सरकार का बयान आया था कि पाकिस्तान की एक नौका पर सवार चालक दल ने नौका को विस्फोट में उड़ा दिया था। रक्षा मंत्री मनोहर पर्रीकर, रक्षा मंत्रालय और तटरक्षक ने कहा था कि जब तटरक्षक के पोतों ने नौका का पीछा किया तो उस पर सवार चार लोगों ने इसे जला दिया।