क्या है ज्यादा फायदेमंद, जिम जाना या घर के काम निपटाना, नतीजे जान चौंक जाएंगे आप…
दस्तक टाइम्स एजेंसी/क्या आप जानते हैं, जितना वक्त आप जिम में पसीने बहाते हैं, उतना ही वक्त अगर आप घर के काम करके बिताएं, तो फायदा बराबर का होता है? अजी, ये हमारे दिमाग की उपज नहीं, बल्कि शोधकर्ताओं की एक रिसर्च का निष्कर्ष है।
अगर आपकी मंशा चुस्त-दुरुस्त रहने की है, लेकिन जिम में घंटों पसीना बहाना आपके बस की बात नहीं, तो फिर कुछ देर के लिए चहलकदमी कीजिए। यकीनन इससे आप न केवल स्वस्थ रहेंगे, बल्कि आपकी उम्र भी लंबी रहेगी।
अमेरिका की पेंसिल्वेनिया यूनिवर्सिटी में किए गए शोध के मुख्य लेखक एजरा फिशमैन के अनुसार, “लंबी उम्र के लिए अधिक समय तक पसीना बहाना जरूरी नहीं है।” फिशमैन ने कहा, “केवल धारदार गतिविधियां ही फायदेमंद नहीं होतीं। यह एक सार्वजनिक संदेश है जो हम देना चाहते हैं।”
सैंपल साइज: 3000 लोग
वैज्ञानिकों ने 50-70 वर्ष कीउम्र के तीन हजार लोगों पर अध्ययन करने के बाद पता लगा कि सबसे अधिक सक्रिय और मध्यम रूप से सक्रिय रहने वाले व्यक्यिों की तुलना में गतिहीन रहने वाले व्यक्तियों की अध्ययन के दौरान पांच प्रतिशत अधिक मरने की आशंका रही।
अल्ट्रा-सेंसिटिव ट्रैकर्स:
इस शोध के लिए प्रतिभागियों को अल्ट्रा-सेंसिटिव ट्रैकर्स पहनाया गया था, जिन्हें एक्सीलेरेमीटर्स कहते हैं। यूएस सेंटर्स फॉर डिसीज कंट्रोल एंड प्रिवेंशन (सीडीसी) ने सात दिनों तक उत्पादित डेटा को संकलित किया। मृत्युदर को जानने के लिए एंजेसी ने इन लोगों पर अगले आठ सालों तक नजर रखी।
फिशमैन ने कहा, “अगर कोई व्यक्ति जितनी देर व्यायाम करता है उतनी ही समय में अगर कोई व्यक्ति चलता-फिरता है तो वह अधिक समय तक जीवित रहता है।” यानी एक ही मात्रा में व्यायाम और चहलकदमी समान लाभ देते हैं।
फिशमैन के अनुसार, ‘चहलकदमी, कपड़े-बरतने धोना और सफाई जैसे काम करने वाले व्यक्ति की आलसी जीवन जीने वाले व्यक्तियों की तुलना में लंबे उम्र होने की अधिक संभावना होती है।‘ दिन में केवल 30 मिनट की शारीरिक गतिविधियां काफी बेहतर निष्कर्ष दे सकती हैं।
हमारा सुझाव: अगर आप जिम केवल फिटनेस, ना कि बॉडी बिल्डिंग. के मकसद से जाते हैं तो बेहतर है कि आप घर के काम ही निपटा लें और हल्की फुल्की वर्जिश घर पर ही कर लें। इससे आपकी ऊर्जा,वक्त और पैसे, तीनों की बचत होगी क्योंकि घर का काम तो आपको वैसे भी करना ही पड़ता है, जिम में मोटी रकम भी चुकानी पड़ती है।