क्यों कम होता वजन रिश्तों को बना देता है कमजोर? जानिए
अनियमित जीवनशैली के चलते आज के समय में लोगों को कई तरह की समस्याओं का सामना करना पड़ता है. इन्ही में से एक समस्या है ओवरवेट. अनियमित जीवनशैली और खान-पान से लोग ओवरवेट का शिकार होते जा रहे हैं. ऐसे में बढ़े वजन को घटाने के लिए लोग कई चीजों का सहारा लेते हैं. लेकिन आसानी से वजन कम न होने पर लोग सर्जरी का सहारा लेकर वजन कम करने की कोशिश करते हैं. लेकिन वजन घटाने के लिए की गई सर्जरी कई बार आपके रिश्तों की जड़ों को कमजोर बना देती है. दरअसल स्वीडिश स्टडीज द्वारा किए गए एक शोध में सामने आया है कि ऐसे लोग जिन्होंने कभी भी वजन घटाने के लिए बैरीयाट्रिक सर्जरी का सहारा लिया है ऐसे लोगों की जीवनशैली में बड़ा परिवर्तन देखा गया है.
क्या कहता है शोध ?
स्वीडिश स्टडीज के द्वारा किए गए शोध में पाया गया है कि जिन लोगों ने कभी भी वजन घटाने के लिए सर्जरी का सहारा लिया है उनमें से अधिकांश लोग या तो सिंगल हैं या फिर अपने पार्टनर्स से अलग हो चुके हैं. और तो और कई शादीशुदा लोगों ने सर्जरी के बाद तलाक तक ले लिया है. शोध के अनुसार वजन घटाने के लिए जिन भी लोगों ने सर्जरी का सहारा लिया है उनमें कई बदलाव देखने को मिले हैं. वजन घटने से लोगों में आत्मविश्वास देखने को मिलता है और जिन भी लोगों को अपने रिश्ते में असामनता नजर आई है उनमें से अधिकतर लोगों ने अपने पार्टनर बदल लिए.
यूनिवर्सिटी ऑफ विस्कॉन्सन के प्रोफेसर डॉ. ल्यूक फंक का कहना है कि ओवरवेट के चलते कई लोगों में आत्मविश्वास की कमी आने लगती है, जिसके चलते लोग अपने पार्टनर से हिचकिचाने लगते हैं. लेकिन जैसे ही वजन कम हो जाता है लोग मानसिक तौर पर मजबूत होने लगते हैं. ऐसे में कई बार रिश्ते टूट जाते हैं लेकिन कई बार इसके उलट रिश्तों में मजबूती भी देखी गई है.
डॉ ल्यूक फंक ने इसका कारण बताते हुए कहा कि हो सकता है कि शरीर में मनचाहा बदलाव आने से लोग नए रिश्तों को अनुभव करना चाहते हों, इसीलिए पुराने रिश्तों को छोड़ नए रिश्तों की तलाश करने लगते हैं. शोधकर्ताओं का कहना है कि जरूरी नहीं कि ये शोध स्वीडन के अलावा अन्य देशों के मामले में भी प्रासांगिक हो.