जीवनशैली

क्यों पसंद आते है लड़कियों को Bad Men ?

एजेन्सी/ relation-s_650_040614010119क्या किसी लड़के या लड़की की बदमाशियां और धूर्तता के किस्से सुनने के बावजूद आप उनकी ओर आकर्षित हुए हैं? नवीनतम रिसर्च ने बताया इसका राज़.

‘पढ़ाई करने में क्यों समय टाइम बर्बाद कर रही हो, आओ कुछ मस्ती करें!’

‘अगर उसकी तरफ फ़िर आँख उठा कर देखा तो तुम्हारी कसम मैं जान दे दूँगी- तुम तो जानते ही हो कि मैं तुम्हे कितना प्यार करती हूँ!’

‘वो कार चोरी करके उसी मैं ज़िन्दगी बिताते हैं I बस तुम और मैं, और कुछ नहीं चाहिए!’

क्या आपको लगता है कि आप ऐसी बातों में आ सकते हैं? घबराइये नहीं, आप जैसे कई हैं जिन्हे यह बातें रिझाती हैं. इस तरह के लोग जिन्हे कुछ तूफ़ानी करना अच्छा लगता है, काफी लोगों को आकर्षित लग सकते हैं. मज़े की बात तो यह है कि मूडी और सनकी लोग भी बहुत बार पसंद आ जाते हैं. 

सनकी व्यक्तित्व.

अगर वयक्तित्व को मापने की बात करें तो करीब 10 प्रतिशत लोग सनकी और जोखिम लेने वाले मिलेंगे. कुछ विशेषतायें जैसे- अत्यधिक चिंता करना या जल्दबाज़ी में फैसला लेना हमारी रोज़मर्रा की ज़िन्दगी को गंभीर नुक्सान पहुंचा सकते हैं. 
दिखने में साधारण लगने वाली चीज़ें ,जैसे नियमित नौकरी करना, स्कूल में अच्छा करना या अपने परिवार के साथ ख़ुशी-ख़ुशी रहना भी ऐसे लोगों के लिए काफ़ी कठिन होता है.

लेकिन जब बात हो किसी को अपनी ओर आकर्षित करने की तो ऐसा लगता है कि सनक-मिजाज़ लोगों को ऐसे व्यक्तित्व होने का फायदा ही होता है. पहले की गयी रिसर्च भी यही दर्शाती है कि इस बात में कुछ सच्चाई तो ज़रूर है कि हम ऐसे लोगों को पसंद कर बैठते हैं जिनके जीने का ढंग हमारे लिए नुकसान दायक हो सकता है. 

तो क्या ‘एक्सट्रीम व्यक्तित्व’ वाले लोग सच में आकर्षित लग सकते हैं? स्पेन के शोधकर्ताओं ने इसका हल ढूंढने का सोचा. उन्होंने 959 ऐसे लोग ढूंढें जो अपने सनकपन से खुद परेशान थे और इससे छुटकारा पाने के लिए मदद ढूंढ रहे थे.

मूडी होना अच्छा है.

अब बात करते हैं तुनक मिजाज और मूडी महिलाओं की. इन्हे फ़ालतू की चिंता करने का शौक़ भी होता है. अब कम से कम इनसे तो लोग दूर रहना पसंद करेंगे? शायद नहीं. क्योंकि इस तरह की महिलाओं के लिए भी अपने लिए साथी ढूंढना कतई मुश्किल नहीं पाया गया. इनके भी लम्बे रिश्ते थे और बच्चे भी थे. 

लेकिन क्यों? क्यों कोई पुरुष इस तरह की महिला के साथ लम्बे समय तक रहेगा? क्या है इसका कोई विकासमूलक स्पष्टीकरण? आह, जी नहीं. कम से कम अभी तक तो नहीं. इस रिसर्च ने जवाब से ज़्यादा सवाल पैदा कर दिए हैं. यह तो साबित हो गया कि इस तरह के लोग हमें अच्छे लगते हैं, लेकिन क्यों? इस बात के जवाब के लिए शायद एक और रिसर्च करने की ज़रुरत है. 

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