खुजली एक त्वचा रोग है। खुजली के लिए सबसे कारगर उपाय है तेल की मालिश, जिससे रूखी और बेजान त्वचा को नमी मिलती है। खुजली से परेशान लोगों को चीनी और मिठाई नहीं खाना चाहिए। परवल का साग, टमाटर, नींबू का रस आदि का सेवन लाभदायक होता है। अगर आपकी स्किन का कोई हिस्सा लाल हो गया है और उसमें बहुत खुजली होती है, तो बिना देरी किए हुए अपने डॉक्टर से मिलें।
खुजली होने पर सबसे पहले सावधानी के तौर पर सफाई का पूरा ध्यान रखिए।
साबुन का प्रयोग जितना भी हो सकता है, कम कर दें।
कभी त्वचा को सुगंधित पदार्थों,. क्रीम, लोशन, शैंपू, जूतों या कपड़ों में पाए जाने वाले रसायनों से भी एलर्जी हो जाती है।
अगर आपको कब्ज है तो उसका भी इलाज करवाएं।
हफ्ते में दो बार मुल्तानी मिट्टी और नीम की पत्ती का लेप लगाएं, उसके बाद साफ पानी से शरीर को धो लें।
थोड़ा सा कपूर लेकर उसमें दो बड़े चम्मच नारियल का तेल हल्का सा गरम करके मिलाकर खुजली वाले स्थान पर नियमित लगाने से लाभ मिलता है।
यदि जनेंद्रिय पर खुजली की शिकायत हो, तो गर्म पानी में फिटकरी मिलाकर लगाएं।
नारियल तेल का दो चम्मच लेकर उसमें एक चम्मच टमाटर का रस मिलाइए। फिर खुजली वाले स्थान पर भली प्रकार से मालिश करिए। उसके कुछ समय बाद गर्म पानी से स्नान कर लें। एक सप्ताह ऐसा
लगातार करने से खुजली मिट जाएगी।
लगातार करने से खुजली मिट जाएगी।
यदि गेहूं के आटे को पानी में घोलकर उसका लेप लगाया जाए, तो अनेक प्रकार के चर्म रोग, खुजली, टीस, फोड़े-फुंसी के
अलावा आग से जले हुए घाव में भी राहत मिलती है।
अलावा आग से जले हुए घाव में भी राहत मिलती है।
सवेरे खाली पेट 30-35 ग्राम नीम का रस पीने से चर्म रोगों में लाभ होता है, क्योंकि नीम का रस रक्त को साफ करता है।