उत्तर प्रदेशराज्य
गाड़ी में वीआईपी नंबर लगाने के शौकीनों के लिए जरूरी खबर
दस्तक टाइम्स एजेंसी/सरकार वाहनों के वीआईपी व फैंसी रजिस्ट्रेशन नंबरों के आवंटन की व्यवस्था में बदलाव करने जा रही है। परिवहन विभाग ने जो प्रस्ताव तैयार किया है, उसमें सबसे पहले वीआईपी व फैंसी नंबरों की बोली लगेगी।
इसमें न बिकने वाले नंबरों को चार श्रेणियों में बांटकर बेचा जाएगा। साथ ही इन चारों श्रेणियों के नंबरों का शुल्क भी दोगुना करने का प्रस्ताव है।
सूबे में अभी वीआईपी व फैंसी नंबरों को चार श्रेणियों में बांटा गया है। इनके रेट पहले से ही तीन हजार, छह हजार, साढ़े सात हजार व 15 हजार रुपये तय हैं।
परिवहन विभाग के नए प्रस्ताव के मुताबिक तीन हजार वाले नंबर छह हजार के, छह हजार वाले 12 हजार, साढ़े सात हजार वाले 15 हजार और 15 हजार वाले नंबर 30 हजार रुपये के हो जाएंगे।
इस प्रस्ताव पर अंतिम मुहर कैबिनेट में लगेगी। वहां से हरी झंडी मिलने के बाद यह व्यवस्था पूरे सूबे में लागू हो जाएगी।
इसमें न बिकने वाले नंबरों को चार श्रेणियों में बांटकर बेचा जाएगा। साथ ही इन चारों श्रेणियों के नंबरों का शुल्क भी दोगुना करने का प्रस्ताव है।
सूबे में अभी वीआईपी व फैंसी नंबरों को चार श्रेणियों में बांटा गया है। इनके रेट पहले से ही तीन हजार, छह हजार, साढ़े सात हजार व 15 हजार रुपये तय हैं।
परिवहन विभाग के नए प्रस्ताव के मुताबिक तीन हजार वाले नंबर छह हजार के, छह हजार वाले 12 हजार, साढ़े सात हजार वाले 15 हजार और 15 हजार वाले नंबर 30 हजार रुपये के हो जाएंगे।
इस प्रस्ताव पर अंतिम मुहर कैबिनेट में लगेगी। वहां से हरी झंडी मिलने के बाद यह व्यवस्था पूरे सूबे में लागू हो जाएगी।
अगर वीआईपी और फैंसी नंबर नहीं बिकेंगे तो उन्हें खाली छोड़ दिया जाएगा। इन नंबरों के लिए पहले बोली लगेगी। फिर इसमें न बिकने वाले नंबरों को विभिन्न श्रेणियों में रखकर बेचा जाएगा। अगर इसमें भी नंबर न बिके तो उन्हें खाली छोड़ दिया जाएगा।
श्रेणियों के अलावा कोई नंबर चाहिए तो देने होंगे 6000
चार श्रेणियों में पहले से बंटे वीआईपी व फैंसी नंबरों के अलावा अगर किसी को कोई अलग नंबर चाहिए तो उसके लिए उन्हें छह हजार रुपये देने होंगे।
नई व्यवस्था के तहत इसके लिए पहले से ऑनलाइन बुकिंग किया जा सकता है। वीआईपी व फैंसी नंबरों की पहले बोली लगवाई जाएगी।
फिर बचे हुए नंबरों को पहले की तरह विभिन्न श्रेणियों में रखकर बेचा जाएगा। इसके लिए कैबिनेट प्रस्ताव तैयार कराया जा रहा है।
कुमार अरविंद सिंह देव, प्रमुख सचिव परिवहन
श्रेणियों के अलावा कोई नंबर चाहिए तो देने होंगे 6000
चार श्रेणियों में पहले से बंटे वीआईपी व फैंसी नंबरों के अलावा अगर किसी को कोई अलग नंबर चाहिए तो उसके लिए उन्हें छह हजार रुपये देने होंगे।
नई व्यवस्था के तहत इसके लिए पहले से ऑनलाइन बुकिंग किया जा सकता है। वीआईपी व फैंसी नंबरों की पहले बोली लगवाई जाएगी।
फिर बचे हुए नंबरों को पहले की तरह विभिन्न श्रेणियों में रखकर बेचा जाएगा। इसके लिए कैबिनेट प्रस्ताव तैयार कराया जा रहा है।
कुमार अरविंद सिंह देव, प्रमुख सचिव परिवहन